दैनिक भास्कर हिंदी: नमन: आतंकी हमले में शहीद अश्विन का शव दो दिन बाद गांव पहुंचा, अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब

May 6th, 2020

हाईलाइट

  • शहीद जवान अश्वनी कुमार अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे
  • शहीद जवान अश्वनी कुमार का विवाह 2012 में बलिया की अंशु देवी से हुआ था

डिजिटल डेस्क, गाजीपुर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव का शव बुधवार को उनके गांव चकदाउद लाया गया। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग गांव पहुंचे। सभी ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे भी लगाए। मंगलावर को मौसम खराब होने के कारण शहीद जवान अश्वनी कुमार का पार्थिव शरीर दिल्ली से वाराणसी नहीं आ पाया था। बुधवार सुबह चार्टर्ड प्लेन से शहीद का शव वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट लाया गया। जहां पुलिस और सीआरपीएफ अफसरों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

घर में बड़े थे अश्वनी
शहीद जवान अश्वनी कुमार अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। अश्वनी का विवाह 2012 में बलिया की अंशु देवी से हुआ था। उनकी 6 वर्षीय बेटी परी और 3 वर्षीय पुत्र आदित्य है। सीआरपीएफ जवान अश्वनी की शहादत की सूचना उनकी पत्नी को फोन पर मिली थी। इसके बाद से उनके गांव में शोक की लहर है। 

सरकार ने परिवार को दिया आर्थिक सहयोग
उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से शहीद अश्वनी कुमार के परिवार को 25 लाख का आर्थिक सहयोग दिया गया। डीएम और एसपी ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि की। इसके बाद उनके परिवार को 25 लाख का चेक सौंपा।