गोरखपुर हादसा : BRD मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सस्पेंड, ऑक्‍सीजन सप्लाई बंद करने वाली कंपनी पर छापा

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गोरखपुर हादसा : BRD मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सस्पेंड, ऑक्‍सीजन सप्लाई बंद करने वाली कंपनी पर छापा
गोरखपुर हादसा : BRD मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सस्पेंड, ऑक्‍सीजन सप्लाई बंद करने वाली कंपनी पर छापा

डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। शहर के मेडिकल कॉलेज में पिछले दो दिनों में 30 बच्चों की मौत हुई है। वहीं पिछले पांच दिनों में यहां 63 मौतें हुईं हैं। इस मामले ने यूपी समेत देशभर में सनसनी मचा दी है। इन सभी मौतों का कारण ऑक्सीजन की कमी होना बताया जा रहा है, जबकि सरकार के अनुसार ऐसा नहीं है। यूपी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, "9 जुलाई और 9 अगस्त को सीएम योगी आदित्यनाथ हॉस्पिटल आए थे। इस दौरान किसी ने भी ऑक्सीजन का मुद्दा नहीं उठाया था। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत का कारण सिर्फ ऑक्सीजन की कमी नहीं है। जिस वक्त ऑक्सीजन सप्लाई नहीं थी, उस वक्त ये मौतें नहीं हुईं।

BRD कॉलेज प्रिंसिपल को किया सस्पेंड

स्वास्थ्य मंत्री ने मामले में जांच की बात कहते हुए बताया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब तक के लिए कुछ कहा नहीं जा सकता। इसी दौरान स्वास्थ्य मंत्री के साथ मौजूद चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने BRD कॉलेज के प्रिंसिपल आरके मिश्रा को सस्पेंड कर दिया है।

ऑक्‍सीजन सिलिंडर पहुंचाने वाली कंपनी पर छापा

BRD कॉलेज में लिक्विड ऑक्‍सीजन सिलिंडर पहुंचाने के ठेका पुष्‍पा सेल्‍स प्राइवेट लिमिटेड के पास है। इस कंपनी के दफ्तर पर गत रात से छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया गया। साथ ही कंपनी मालिक मनीष भंडारी के घर और उसके रिश्‍तेदारों के यहां भी छापेमारी की गई। मनीष भंडारी लेकिन फरार बताया जा रहा है।

एक दिन में 23 लोगों की मौत

9 तारीख की आधी रात से लेकर 10 तारीख की आधी रात तक 23 लोगों की मौत हो चुकी थी। जिनमें से 14 मौतें नियो नेटल वॉर्ड यानी नवजात शिशुओं को रखने वाले वॉर्ड में हुई थी। इस वार्ड में प्रीमैच्योर बेबीज़ रखे जाते हैं। मरीजों से बात करने पर बता चला है कि 10 तारीख की रात को भी ऑक्सीजन की भारी कमी थी।

सीएम योगी ने कहा

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में कहा है कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वादा करता हूं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं बीजेपी के उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि ये सामान्य मौतें नहीं हैं, बल्कि बच्चों का सामूहिक नरसंहार है।

यूपी सरकार कर रही लीपापोती

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में गहरा दुख जताया है। सोनिया ने कहा कि मुझे इस भयावह त्रासदी से बड़ा दुख हुआ है। वहीं गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी थी, इसके लिए यूपी सरकार को माफ़ी मांगनी चाहिए। मामले में यूपी सरकार मामले में लीपापोती कर रही है। अस्पताल में ग़ुलाम नबी आज़ाद, राज बब्बर, आरपीएन सिंह और प्रमोद तिवारी मौजदू रहे।

सामाजिक संगठनों का धरना-प्रदर्शन

शनिवार को ही मेडिकल कॉलेज परिसर में विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक दलों ने एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों में सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मृतक बच्चों के परिवारों को 20-20 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। साथ ही डॉक्टर, प्रधानाचार्य और अधीक्षक पर हत्या का मामला दर्ज कर सबको गिरफ्तार किया जाए।

Created On :   12 Aug 2017 12:16 PM GMT

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