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India-China Tension : चीन के साथ तनाव के बीच HAL में बने 2 लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर लद्दाख में तैनात

हाईलाइट
- भारत ने स्वदेशी हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को लद्दाख में तैनात किया
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तैयार किए हैं हेलीकॉप्टर
- HAL का दावा है कि ये दुनिया के सबसे हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सैन्य टकराव के बीच भारत ने अपने दो नए स्वदेशी हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को लद्दाख में तैनात किया है। इन्हें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तैयार किया है। हेवी ड्यूटी अपाचे अटैक और चिनूक हैवी लिफ्ट चॉपरों के अलावा इन हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है। HAL का दावा है कि ये दुनिया के सबसे हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर हैं।
सियाचिन रिज क्षेत्र में फॉर्वर्ड बेस पर उतरने वाला पहला अटैक हेलीकॉप्टर
भारतीय LCHs, जो वर्तमान में 70 मिमी रॉकेट और चिन-माउंटेड तोपों से लैस हैं, में अभी तक एंटी-टैंक और एयर-टू-एयर मिसाइल नहीं हैं। LCH सियाचिन ग्लेशियर-सॉल्टोरो रिज क्षेत्र में फॉर्वर्ड बेस पर उतरने वाला पहला अटैक हेलीकॉप्टर है, जो 500 किलोग्राम के भार के साथ समुद्र तल से 4,700 मीटर ऊपर है। HAL ने कहा इंडियन एयरफोर्स (IAF) के वाइस चीफ एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा ने LCH में उड़ान भरी, जो दो शक्ति इंजनों से पावर्ड है।
किसी भी प्रकार के लक्ष्य को मार गिराने में सक्षम
LCH अपने अत्याधुनिक सिस्टम और अत्यधिक सटीक हथियारों के कारण 'एक पोटेंट वेपन प्लेटफॉर्म' है जो दिन या रात तक किसी भी प्रकार के लक्ष्य को मार गिराने में सक्षम है। एचएएल ने कहा कि इसमें विभिन्न स्थितियों में हाई एल्टीट्यूड पर भारी हथियार ले जाने की क्षमता है। यह दिन या रात किसी भी वक्त अपना टारगेट हिट कर सकता है। भारतीय सेना और वायुसेना ने एचएएल से ऐसे 160 हेलिकॉप्टर मांगे हैं। डीएसी ने फिलहाल एचएएल को 15 हेलिकॉप्टर तैयार करने को कहा है।