राम से पहले रावण के कुनबे पर चले इन्द्र के बाण, भारी बारिश के कारण कहीं टूटे पुतले तो कहीं पहनाना पड़ा रेनकोट

Indras arrows went on Ravanas family before Ram, due to heavy rain, broken effigies had to be worn somewhere raincoat
राम से पहले रावण के कुनबे पर चले इन्द्र के बाण, भारी बारिश के कारण कहीं टूटे पुतले तो कहीं पहनाना पड़ा रेनकोट
रावण पर टूटा बारिश का कहर राम से पहले रावण के कुनबे पर चले इन्द्र के बाण, भारी बारिश के कारण कहीं टूटे पुतले तो कहीं पहनाना पड़ा रेनकोट
हाईलाइट
  • भोपाल में 8 साल बाद दशहरे पर बारिश हुई

डिजिटल डेस्क, भोपाल। पूरे देश में आज दशहरा का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। लेकिन कल रात और आज दिन में हुई बारिश ने लोगों का मजा किरकिरा कर दिया। यूपी-बिहार से लेकर मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में कल रात से जारी बारिश की वजह से रावण और उसके कुनबे जिसमें कुंभकरण और मेघनाथ शामिल हैं के पुतले तहस-नहस हो गए। कई जगह पुतलों को बचाने के लिए रेनकोट तक पहनाने पड़े। वहीं एमपी के दमोह में तो भारी बारिश की संभावना के चलते एक दिन पहले ही रावण के पुतले का दहन कर दिया। 

यूपी में बारिश और तेज हवा के कारण रावण का पुतला टूटा

यूपी के वाराणसी में रेल इंजन कारखाने का परिसर में रावण दहन का सबसे बड़ा कार्यक्रम आयोजित होता है। यहां 4 अक्टूबर यानी कल ही रावण और उसके कुनबे के पुतले मैदान पर खड़े करना शुरु कर दिया गया था। इस दौरान रात में हुई तेज बारिश सुबह तक जारी रही जिसके कारण 75 फीट का रावण का पुतला बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। पुतले के कई हिस्से टूट-टूट कर जमीन पर बिखर गए। वहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुतलों को बारिश से बचाने के लिए प्लास्टिक की सीट से ढ़ंका गया। वहीं मेट्रो सिटी, जनेश्वर मिश्र पार्क, एचएएल, अलीगंज सेक्टर आठ चौराहा में बने रावण के पुतले भी बारिश की वजह से गल गए। 

कानपुर में भी कल रात से जारी बारिश की वजह से रामलीला मैदानों पर पानी भर गया। आज सुबह मूसलाधार बारिश होने के कारण यहां रावण के पुतले गलकर खराब हो गए। परेड ग्राउंड के रामलीला मैदान में खड़े रावण के पुतले का एक हाथ बारिश में गलकर नीचे गिर गया। शहर के चंडिका देवी राय पुरवा मैदान में बने रावण के पुतले को तेज बारिश से बचाने के लिए पॉलीथिन और बैनर से ढंका गया। शास्त्री नगर के रामलीला मैदान में पानी भरने से मंच तक पानी चला गया जिससे कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले भीग गए। 

मध्यप्रदेश में रावण के पुतलों पर बारिश कहर

मध्यप्रदेश में 10 दिनों के अंतराल के बाद एक बार फिर से मानसून एक्टिव हो गया है। कल रात को हुई मध्यम बारिश ने आज सुबह रौद्र रुप ले लिया। तेज बारिश के कारण राजधानी भोपाल में रावण के पुतले भीग गए। जहां रावण दहन का कार्यक्रम होना था वहां पानी भर गया। गौरतलब है कि भोपाल में 8 सालों बाद दशहरे पर बारिश हुई। मौसम विभाग की तरफ से आज प्रदेश के सभी 52 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।

जबलपुर में रावण के पुतले को बारिश से बचाने के लिए रेनकोट तक पहनाने पड़े। प्रदेश के दमोह में तेज बारिश होने की आशंका के चलते पुतले को एक दिन पहले ही दहन कर दिया गया। इनके अलावा प्रदेश के अन्य कई स्थानों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले भीगने की खबरें आ रही हैं।  


 

Created On :   5 Oct 2022 11:08 AM GMT

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