CM बनते ही कमलनाथ से शुरू करवाई व्यापमं की जांच, मंगवाए CCTV फुटेज

CM बनते ही कमलनाथ से शुरू करवाई व्यापमं की जांच, मंगवाए CCTV फुटेज
हाईलाइट
  • कांग्रेस सरकार ने शुरु कराई व्यापमं ग्रुप 4 भर्ती परीक्षा की जांच
  • प्रदेश कांग्रेस सरकार ने शुरु की व्यापमं महा घोटाले की जांच
  • व्यापमं मामले में आरोपी मनोज जाटव को पांच साल की सजा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में नई सरकार पहले ही दिन से एक्शन में नजर आ रही है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी या व्यापमं) की ग्रुप- 4 की भर्ती परीक्षा में हुईं गड़बड़ियों की जांच कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने शुरू कर दी है। परीक्षा के दौरान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, इन केंद्रों में 10 लोगों को संदिग्ध माना गया है। केंद्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज सरकार ने मंगवाए हैं। इन वीडियो फुटेज की मदद से सरकार यह पता लगाएगी कि परीक्षा में शामिल उम्मीदवार कौन थे, गड़बड़ी कहां हुई है। पीईबी पर यह आरोप लगे हैं कि कई अपात्र उम्मीदवार भी परीक्षा में शामिल हुए थे, जो 12 दिसंबर को घोषित परिणामों में क्वालिफाई बताए गए हैं।

कमलनाथ से मिले थे छात्र
मंगलवार दोपहर कालापीपल से विधायक कुणाल चौधरी आरोप लगाने वाले छात्रों को साथ लेकर सीएम कमलनाथ से मिलने पहुंचे थे। इन छात्रों ने पीईबी के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया। इसके बाद कांग्रेस सरकार ने पीईबी की ग्रुप - 4 भर्ती परीक्षा की जांच कराने का फैसला लिया है। भर्ती परीक्षा में शामिल हुए प्रशांत सिंह बाघेला ने कहा कि पीईबी ने यह परीक्षा जुलाई 2018 में कराई थी। लेकिन, बिना कोई कारण बताए परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था। 

नकल का वीडियो हुआ था वायरल
निरस्ती के बाद परीक्षा को दोबारा कराया गया। परीक्षा वाले दिन ही पेपर शुरू होने के कुछ घंटों बाद सोशल मीडिया पर परीक्षा केंद्र में नकल कराए जाने का वीडियो वायरल हो गया था। इससे पहले पीईबी ने ग्रुप-4 भर्ती परीक्षा के नियमों को 5 से ज्यादा बार बदला। इसके चलते परीक्षा की पारदर्शिता पर शुरूआत से ही सवाल खड़े हो रहे थे।

भाजपा सरकार में नहीं हुई जांच
परीक्षा के दौरान प्रदेश में भाजपा सरकार होने के कारण पीईबी गड़बड़ी होने की जांच नहीं करा रहा था। बकौल प्रशांत ने बताया कि मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद परीक्षार्थियों ने व्यापमं के सामने कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी की अगुआई में प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर भर्ती परीक्षा की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

जाटव को 5 साल की सजा
व्यापमं मामले में आरोपी मनोज जाटव को इंदौर जिला कोर्ट में विशेष न्यायधीश जेपी सिंह ने 5 साल के साश्रम कारावास की सजा सुनाई है। सुनवाई के दौरान कोर्ट में 36 गवाहों को पेश किया गया। जाटव को धोखाधड़ी सहित विभिन्न मामलों में दोषी पाया गया है। यह मामला 2011 में हुई पीएमटी परीक्षा से जुड़ा हुआ है। 



  


 

Created On :   19 Dec 2018 4:21 AM GMT

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