जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य, सुरक्षा के बीच 14 दिन बाद खुले स्कूल

जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य, सुरक्षा के बीच 14 दिन बाद खुले स्कूल
हाईलाइट
  • आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात को सामान्य करने की कोशिश
  • कश्मीर घाटी में फिर खोले गए 190 से ज्‍यादा प्राइमरी स्‍कूल

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में हालात अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा के बीच आज (19 अगस्त) से स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर खुल गए हैं। करीब 14 दिन बाद घाटी में स्कूल-कॉलेज खुले हैं। कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं पहले ही बहाल की जा चुकी हैं, लेकिन अफवाहों को रोकने के लिए रविवार को फिर से पांच जिलों- जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। ऐसे में सुरक्षाबलों के लिए शांत माहौल बनाने की चुनौती है। बता दें कि, अनुच्छेद 370 कमजोर होने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से ही कश्मीर में धारा 144 लागू थी।

आर्टिकल 370 हटाए जाने से पहले ऐहतियात के तौर पर बंद किए गए श्रीनगर के 190 से ज्‍यादा प्राइमरी स्‍कूल आज खोले गए। स्कूलों में बच्चे सामान्य रूप से दिखाई पड़े। हालात समान्य करने की कोशिश के साथ ही सुरक्षा संबंधित सभी ऐहतियात भी बरते जा रहे हैं। स्कूलों के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई है।

जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग की ने सोमवार सुबह एक बयान जारी किया गया। पुलिस द्वारा बताया गया कि अफवाह फैलाई जा रही है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के हथियार जब्त किए जा रहे हैं, लेकिन ये गलत हैं। गृह विभाग की तरफ से अपील की गई है कि इस तरह की किसी खबर पर विश्वास ना करें।

घाटी के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में रविवार को प्रतिबंधों में ढील दी गई। जम्मू के पांच जिलों में इंटरनेट सेवाओं की बहाली के एक दिन बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया। अफवाहों को रोकने के लिए पांच जिलों- जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं हैं।

इंटरनेट सेवा बंद होने के बावजूद अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कुछ ट्वीट किए थे, अब इसी मामले में हुई कार्रवाई के तहत BSNL के दो अधिकारियों पर गाज गिरी है। क्योंकि पूरे प्रदेश के लिए जब इंटरनेट की सुविधा बंद थी फिर अलगाववादी नेता के पास फोन और इंटरनेट की सुविधा कैसे पहुंची। बता दें कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद गिलानी ने कुछ भड़काऊ ट्वीट किए थे। हालांकि, बाद में उनका ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया था।

जम्‍मू-कश्‍मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने रविवार को बताया था कि, अभी केवल श्रीनगर के प्राइमरी स्‍कूलों को ही दोबारा खोला जा रहा है। जिन क्षेत्रों में विद्यालय खोले जाएंगे उनमें लासजान, सांगरी, पंथचौक, नौगाम, राजबाग, जवाहर नगर, गगरीबाल, धारा, थीड, बाटमालू और शाल्टेंग शामिल हैं। स्थिति सामान्‍य होते ही धीरे-धीरे अन्‍य क्षेत्रों के स्‍कूलों में भी पढ़ाई शुरू हो जाएगी। घाटी में पाबंदियों में दी गई ढील जारी है। स्‍थानीय अधिकारी हालातों का जायजा ले रहे हैं। जल्‍द ही और पाबंदियां हटाई जा सकती हैं। 

Created On :   19 Aug 2019 1:03 PM IST

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