MP : 6 फीट पानी में 7 घंटे तक फंसी रहीं 177 छात्राएं, रेस्क्यू कर निकाला

MP: 177 children trapped in rains, floods were safely evacuated
MP : 6 फीट पानी में 7 घंटे तक फंसी रहीं 177 छात्राएं, रेस्क्यू कर निकाला
MP : 6 फीट पानी में 7 घंटे तक फंसी रहीं 177 छात्राएं, रेस्क्यू कर निकाला
हाईलाइट
  • नदी-नाले उफान पर
  • निचली बस्तियों में भरा पानी
  • तीन दिनों से मप्र में जारी है बारिश

भोपाल, (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश आम जन के लिए आफत बन गई है। नदी-नाले उफान पर हैं, तो निचली बस्तियों में पानी भर गया है। खंडवा जिले में अग्नि नदी में आए उफान के कारण एक छात्रावास में कई फुट पानी भर गया, जिसके कारण वहां रह रहीं 177 छात्राओं की जान खतरे में पड़ गई, हालांकि बाद में उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया।

खंडवा जिले में बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले के आशापुर में सोमवार को अग्नि नदी में आई बाढ़ के कारण कई मकानों में पानी भर गया। राहत और बचाव दल के मुताबिक, आशापुर स्थित शासकीय कन्या आदिवासी आवासीय विद्यालय के छात्रावास में कई फुट पानी भर जाने से 177 छात्राओं की जान सांसत में पड़ गई थी, जिन्हें सोमवार शाम सुरक्षित निकाल लिया गया। इस छात्रावास की दीवार भी ढह गई थी।

छात्रा छाया चौहान ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ छात्रावास में थी, दोपहर 12 बजे के आसपास हॉस्टल में अचानक पानी भरने लगा, जिससे बचने के लिए वे सभी छत पर चढ़ गईं। छात्रावास में लगभग छह-सात फुट पानी भर जाने से उनके कपड़े, किताबें-कापियां और अन्य सामान बह गए।

छाया के अनुसार, छात्राएं लगभग 7 घंटे तक छत पर फंसी रहीं और उसके बाद राहत एवं बचाव दल ने शाम लगभग सात बजे उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला, इसके साथ ही वन ग्राम सुंदरदेव में एक नाले के किनारे बनी झोपड़ियां बह गईं। जिला शिक्षा अधिकारी जीएल रघुवंशी ने बताया कि बारिश के कारण स्वास्थ्य और सुरक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ने के मद्देनजर मंगलवार को स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है।

भोपाल, उज्जैन, इंदौर, सीहोर, गुना, अशोकनगर सहित 26 जिलों में मंगलवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके मद्देनजर सभी जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। राजधानी भोपाल में सोमवार रात आठ बजे से एक बजे तक भारी बारिश होने से कई इलाकों में पानी भर गया। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान यहां 166 मिलीमीटर बारिश हुई। भारी बारिश से यहां की कई बस्तियों में पानी भर गया। लोगों को घरों में घुसे पानी को निकालने के लिए पूरी रात मशक्कत करनी पड़ी। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, लालघाटी क्षेत्र की बस्तियों में भरे पानी को मोटर व पंप के जरिए बाहर निकाला जा रहा है।

इसी तरह बुरहानपुर जिले में भारी बारिश के कारण ताप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और नदी का पानी शहर के निचले हिस्सों में घुस जाने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। बाढ़ की स्थिति के कारण नेपानगर का कई गांवों से संपर्क टूट गया है। सीहोर जिले में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Created On :   30 July 2019 10:00 AM GMT

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