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- MP. Government honors veteran musician Pandit Bhajan Sopori, a Santoor player from Jammu and Kashmir
राष्ट्रीय कालिदास सम्मान : मप्र. सरकार ने जम्मू-कश्मीर के संतूर वादक दिग्गज संगीतकार पंडित भजन सोपोरी को किया सम्मानित

हाईलाइट
- संतूर की स्थापना करने में अग्रणी रहे हैं भजन सोपोरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के सांस्कृतिक चेहरे और महान संतूर वादक और संगीतकार पंडित भजन सोपोरी को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत (संतूर) में उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कालिदास सम्मान 2020 से सम्मानित किया गया है।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इसकी घोषणा की गई है। कालिदास पुरस्कार 29 दिसंबर को ग्वालियर में पंडित भजन सोपोरी को प्रदान किया जाएगा। इस सम्मान में 2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
देश के बाकी हिस्सों के साथ जम्मू और कश्मीर के सांस्कृतिक पुल के रूप में सम्मानित, पंडित भजन सोपोरी को संतूर के संत और स्ट्रिंग्स के राजा के रूप में माना जाता है। वह कश्मीर के प्रसिद्ध सोपोरी सूफियाना घराने से ताल्लुक रखते हैं जो देश का विशिष्ट पारंपरिक संतूर परिवार है, जिसकी जड़ें 300 से अधिक वर्षों से अधिक समय से फैली हुई हैं।
वह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्मो पर संतूर की स्थापना करने में अग्रणी रहे हैं और 1950 के दशक की शुरूआत में संगीत समारोहों में संतूर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत बजाने वाले पहले व्यक्ति बनकर इतिहास रचने के बाद से एक लंबा सफर तय किया है। अपने लगभग सात दशकों के समर्पित कार्य में उन्होंने संतूर के विभिन्न आयामों का पता लगाया है और कई पथ-प्रदर्शक नवाचार किए हैं और औपचारिक रूप से भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में सोपोरी बाज की स्थापना की है।
अपने विशाल योगदान के लिए पंडित भजन सोपोरी को प्रतिष्ठित पद्म श्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, जम्मू-कश्मीर सरकार लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड 2016, जम्मू-कश्मीर राज्य पुरस्कार 2007 आदि पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। राष्ट्रीय कालिदास सम्मान की स्थापना 1980 में हुई थी और तब से यह भारतीय शास्त्रीय संगीत के कुछ महान लोगों जैसे पंडित कुमार गंधर्व, पंडित रविशंकर, उस्ताद अली अकबर खान, पंडित किशन महाराज, पंडित वी.जी. जोग, उस्ताद अल्लारखा, पंडित जसराज, पंडित चन्नूलाल मिश्रा और कई अन्य संगीतकारों को पुरस्कार दे चुका है।
(आईएएनएस)
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।