मुस्लिम महिलाओं को बेहतर 'सेक्स' की राह दिखाने वाली किताब: 'The Muslimah Sex Manual'

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। ‘दि मुस्लिमां सेक्स मैनुएल–हलाल गाइड टू माइंड ब्लोइंग सेक्स।’ मुस्लिम महिलाओं को बेहतर सेक्स की राह दिखाने वाली यह किताब एक मुसलमान महिला ने लिखी है। हालांकि लेखिका ने अपना नाम उजागर नहीं होने दिया है। यह किताब पिछले सप्ताह रिलीज़ हुई है। कहा जा रहा है कि मुस्लिम महिलाओं के नज़रिये को तवज्जो देने वाली यह अपने आप में पहली किताब है।
'उम मुलाधत' के काल्पनिक नाम से लिखी गई यह किताब, मुस्लिम महिलाओं को बेहतरीन सेक्स लाइफ के हलाल तरीके बताने का दावा करती है। सेक्स से जुड़े तमाम मुद्दों पर खुलकर बात करने वाली यह गाइड बताती है कि किस तरह मुस्लिम महिलाएं अपने शादीशुदा जीवन में भी शारीरिक संबंधों में पहल करते हुए संभोग का आनंद ले सकती हैं। लेखिका ने साफ किया है कि इस किताब में उन्होंने नाजायज़ सेक्स कि नहीं बल्कि पति के साथ संभोग में पहल करने के मुद्दे पर बात की है।
हालांकि अपने विषय की वजह से यह किताब विवादों में घिर गई है। किताब की लेखिका ने अंग्रेज़ी वेबसाइट गार्डियन से बातचीत में कहा, ‘जहां मुझे हौसला अफज़ाई से भरे संदेश मिले हैं, वहीं कई लोगों ने काफी बुरे मैसेज भी भेजे हैं।’ मुलाधत बताती हैं, ‘एक महिला ने मुझे लिखकर भेजा कि इस तरह की किताब की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि उन्होंने अपनी मां से सब कुछ सीख लिया है। हालांकि मुझे शक है कि कोई भी मां इतने खुले तरीके से इस विषय पर बात करती होगी।’
मुलाधत ने बताया कि यह किताब लिखने का विचार उन्हें तब आया जब उन्हें एहसास हुआ कि महिलाएं किस तरह सेक्स जैसे अहम विषय पर निहायती कम जानकारी के साथ शादी जैसे जिंदगी भर निभाए जाने वाले रिश्ते में बंध जाती हैं। सेक्स के बारे में जो थोड़ी बहुत जानकारी उनके हाथ लगती है, वह भी उस किस्म की गाइड से मिलती है जिसमें महिलाओं का नज़रिया बताया ही नहीं जाता। और तो और इन किताबों में क्या किया जाना चाहिए से ज्यादा इस बात पर फोकस होता है कि क्या निषेध है।
ब्रिटेन में इस विषय पर कुछ वर्कशॉप आयोजित करने के बाद मुलाधत ने इस किताब से जुड़ी एक वेबसाइट भी शुरू की थी। मुलाधत की मानें तो उनके पास पुरुषों के ईमेल आ रहे हैं जो उनसे ऐसी किताब लिखने के बारे में पूछ रहे हैं जिसमें पुरुषों को भी अपनी पत्नी को खुश रखने के तरीके बताए जा सकें। वहीं ब्रिटेन की कई मुस्लिम महिला संगठनों ने इस किताब की तारीफ करते हुए कहा है कि इसके जरिए महिलाओं को शारीरिक तौर पर अपमानजनक रिश्ते में पड़ने से बचाया जा सकता है।
Created On :   17 July 2017 4:32 PM IST