ऑपरेशन सिंदूर: 'पाक को हार मिली या जीत', पाकिस्तानी क्या देंगे इसका जवाब? आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने किया साफ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आईआईटी मद्रास में अपने संबोधन के दौरान थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि अगर किसी पाकिस्तानी से पूछा जाएगा कि 'पाकिस्तान जीता या हारा ?' तो वह कहेंगे मेरा चीफ फील्ड मार्शल बन गया है। हम ही जीते होंगे, तभी तो वो फील्ड मार्शल बना है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान सेना को फ्री हैंड दिया गया। यह राजनीतिक दिशा और स्पष्टता का ऐसा उदाहरण रहा, जो हमने पहली बार देखा।
पहलगाम आतंकी हमले का किया जिक्र
उपेन्द्र द्विवेदी ने पहलगाम आतंकी हमले पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 23 तारीख को हम सब बैठे। यह पहली बार था जब रक्षा मंत्री (रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह) ने कहा, "बस बहुत हो गया"। तीनों सेना प्रमुख इस बात पर बिल्कुल स्पष्ट थे कि कुछ तो करना ही होगा। पूरी छूट दी गई थी, "आप ही तय करें कि क्या करना है।" इस तरह का आत्मविश्वास, राजनीतिक दिशा और राजनीतिक स्पष्टता हमने पहली बार देखी। 22 अप्रैल को पहलगाम में जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर दिया। अगले ही दिन 23 तारीख को हम सब बैठे। यह पहली बार था जब रक्षा मंत्री (रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह) ने कहा, "बस बहुत हो गया"। तीनों सेना प्रमुख इस बात पर बिल्कुल स्पष्ट थे कि कुछ तो करना ही होगा। पूरी छूट दी गई थी, "आप ही तय करें कि क्या करना है।" इस तरह का आत्मविश्वास, राजनीतिक दिशा और राजनीतिक स्पष्टता हमने पहली बार देखी।
पाकिस्तान हारा या जीता?
उन्होंने आगे कह कि यही आपका मनोबल बढ़ाता है। इसी तरह हमारे सेना प्रमुखों को जमीन पर रहकर अपनी समझ के अनुसार काम करने में मदद मिली।" 25 तारीख को हम उत्तरी कमान गए, जहां हमने नौ में से सात ठिकानों पर विचार किया, योजना बनाई, संकल्पना की और उन्हें अंजाम दिया, और कई आतंकवादी मारे गए। 29 अप्रैल को हम पहली बार प्रधानमंत्री से मिले। यह महत्वपूर्ण है कि कैसे एक छोटा सा नाम ऑपरेशन सिंदूर पूरे देश को जोड़ता है। यह एक ऐसी बात है जिसने पूरे देश को प्रेरित किया। यही कारण है कि पूरा देश कह रहा था कि आपने इसे क्यों रोक दिया? यह सवाल पूछा जा रहा था और इसका भरपूर जवाब दिया गया है।
Created On :   10 Aug 2025 10:55 AM IST