- दिल्ली: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।
- बैरीकेड हटा कर, युवा किसानों ने किया दिल्ली में प्रवेश, देश में पहली बार गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड
- पेट्रोल, डीजल के दाम में बड़ी वृद्धि, दिल्ली में 86 रुपए लीटर हुआ पेट्रोल, मध्यप्रदेश में 94 रुपए लीटर
- 7 महीनों में भारत में कोविड के सबसे कम 9 हजार मामले दर्ज
- यूपी: नई आबकारी नीति 1 अप्रैल से होगी लागू, घर में रख सकेंगे शराब की 12 बोतल
बीमार बच्चे को सीने से चिपकाकर NDRF अधिकारी कन्हैया कुमार ने पार किया डूबता पुल
हाईलाइट
- NDRF अधिकारी कन्हैया कुमार की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है।
- सोशल मीडिया पर लोग कन्हैया को बहादुर बताते हुए उनका वीडियो शेयर कर रहे हैं।
- बीमार बच्चे को सीने से चिपकाकर डूबता पुल पार किया।
डिजिटल डेस्क, तिरुअनंतपुरम। बीमार बच्चे को सीने से चिपकाकर डूबता पुल पार करने वाले NDRF अधिकारी कन्हैया कुमार की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कन्हैया को बहादुर बताते हुए उनका वीडियो शेयर कर रहे हैं। वायरल वीडियो में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के अधिकारी कन्हैया कुमार नजर आ रहे हैं, जो एक बच्चे को सीने से लगाकर दौड़ते हुए पुल पार कर रहे हैं। कन्हैया के पुल पार करने के कुछ मिनट बाद ही पुल के ऊपर से अथाह पानी बहने लगा। बता दें कि केरल के इडुक्की बांध के पास चेरूथोनी पुल पर कन्हैया कुमार तैनात थे। इस दौरान उन्हें दूसरी तरफ एक व्यक्ति हाथ हिलाकर सहायता मांगता दिखाई दिया। पुल के पानी में डूबने में एक ही इंच का फासला था। इसके बाद भी कन्हैया दोड़कर पुल के दूसरी तरफ उस व्यक्ति के पास पहुंचे।
व्यक्ति ने उन्हें बताया कि उनके बच्चे को पिछले दो दिनों से तेज बुखार है। बच्चे को किसी भी कीमत पर अस्पताल ले जाना है। भारी बारिश के कारण प्रशासन ने इडुक्की डेम के पांचों गेट खोल दिए थे, जिसके कारण काफी तीव्रता से पानी बह रहा था। बच्चे के पिता की बात सुनकर कन्हैया ने फौरन बच्चे को गोद में उठा लिया और पुल पर दौड़ पड़े। कुछ ही सेकंड में कन्हैया ने पुल पार कर लिया। कन्हैया के पुल पार करने के चंद मिनट बाद पुल पानी में डूब गया। घटना शुक्रवार की है। मूल रूप से बिहार निवासी कन्हैया कुमार ने कहा कि बच्चे के पिता की बात सुनकर मुझे लगा कि उसे पास के अस्पताल ले जाना बहुत जरूरी है। मुझे नहीं पता था कि मेरे इस छोटे से काम की इतनी तारीफ होगी।
#WATCH: NDRF Rescue officer Kanhaiya Kumar, on a video of him running through flooded bridge in Kerala's Idukki with a child close to his chest going viral, says, "I realised that I can help by taking the child to nearest hospital in a safer place for 1st-aid& I did exactly that" pic.twitter.com/WvKrv6owao
— ANI (@ANI) August 11, 2018
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।