ओडिशा में तितली: पोस्टमार्टम कराने बेटी का शव 8 किलोमीटर कंधे पर ले गया पिता
- 11 अक्टूबर को बाढ़ में बह गई थी बेटी
- नाले में शव मिलने की मिली थी सूचना
- प्रशासन की लापरवाही आई सामने
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। हाल ही में ओडिशा में आए तितली तूफान के बाद मानवता को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है। एक तरफ तितली तूफान से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने प्रशासन की तारीफ हो रही है तो दूसरी तरफ प्रशासन की लापरवाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं। यहां एक व्यक्ति को सप्ताह भर से लापता अपनी बेटी का शव कंधे पर लादकर 8 किलोमीटर दूर पोस्टमार्टम के लिए ले जाना पड़ा।
ओडिशा के गजपति जिले में तितली तूफान का काफी असर देखा गया था। यहां रहने वाले मुकुंद डोरा नामक व्यक्ति की 8 वर्षीय बेटी बाढ़ में बहने के बाद पिछले 11 अक्टूबर से लापता थी। काफी ढूंढने के बाद भीा मुकुंद को बेटी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। गत दिवस मुकुंद को बेटी का शव पास के नाले में होने की सूचना मिली। वहां पहुंचकर मुकुंद ने पुलिस को जानकारी दी।
कांग्रेस ने कहा, झूठा विकास
CM’s blatant lies of development busted again. After Dana Majhi one more shameful incident at Gajapati District.
— Odisha Congress (@INCOdisha) October 18, 2018
Listen to Mukund Dora whose daughter’s dead body swept away by floods located it after a week.He had to walk 2 kms carrying his daughter"s body. pic.twitter.com/MtJr1W8GMN
कोई साधन न होने के कारण मुकुंद अपनी बेटी के शव को बोरे में भरकर पोस्टमार्टम के लिए अपने कंधों पर ले गया। आठ किलोमीटर चलने के बाद वह शव लेकर अस्पताल पहुंचा, हालांकि बाद में प्रशासन ने उसे 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की पेशकश भी की।
मुकुंद का आरोप है कि सूचना मिलने के काफी देर बाद पुलिस पहुंची और बेटी के शव की तस्वीरें लेकर वहां से चली गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराना तक सही नहीं समझा।
Created On :   19 Oct 2018 10:10 AM IST