RSS के कार्यक्रम में जाने पर बोले प्रणब मुखर्जी- नागपुर में दूंगा जवाब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 7 जून को RSS के कार्यक्रम में शामिल होने नागपुर जा रहे हैं। कई कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी से गुजारिश कर चुके है कि वह अपने इस फैसले पर विचार करें। हालांकि अब तक उनका कोई बयान इस मामले को लेकर सामने नहीं आया था। शनिवार को पहली बार उन्होंने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी। प्रणब मुखर्जी ने कहा, जो भी मुझे कहना है, मैं नागपुर में कहूंगा। मुझे कई पत्र आए और कई लोगों ने फोन किया, लेकिन मैंने किसी का जवाब नहीं दिया है।
अब बहस का कोई मतलब नहीं
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस मामले को लेकर कहा, अब जब उन्होंने न्योते को स्वीकार कर लिया है तो कोई मतलब नहीं है कि इस पर बहस की जाए कि उन्होंने इसे क्यों स्वीकार किया। उससे ज्यादा अहम बात यह कहनी है कि सर आपने न्योते को स्वीकार किया है तो वहां जाइए और उन्हें बताइए कि उनकी विचारधारा में क्या खामी है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा, अचानक ऐसा क्या हुआ कि प्रणब मुखर्जी जैसे महान नेता, जिन्होंने हमारा मार्गदर्शन किया, अब आरएसएस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर जाएंगे।
महात्मा गांधी भी गए थे RSS शिविर में
इससे पहले उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि महात्मा गांधी ने भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सकारात्मक मूल्यों को स्वीकार किया था। उन्होंने 1934 की घटना का जिक्र किया जब महात्मा गांधी RSS के शिविर में गए थे। नायडू के अनुसार उस समय महात्मा गांधी ने कहा था, "जब मैं RSS के शिविर में गया, मैं आप लोगों के अनुशासन और छुआछूत की भावना न देखकर चौंक गया था"।
प्रणब मुखर्जी करेंगे स्वयं सेवकों को संबोधित
बता दें कि ये मामला तब विवादों में आया, जब RSS ने नागपुर के प्रशिक्षण शिविर में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को आमंत्रित किया। प्रणब मुखर्जी ने भी RSS के न्योते को स्वीकार कर लिया। पूर्व राष्ट्रपति 7 जून को RSS के मुख्यालय जा रहे हैं। वहां पर मुखर्जी स्वयं सेवकों को संबोधित करेंगे। कई कांग्रेस नेताओं ने प्रणब मुखर्जी से उनके इस फैसले पर विचार करने की गुजारिश की है।
Created On :   2 Jun 2018 6:11 PM IST