पीएम ने इमरजेंसी को बताया ‘काला दौर’, मुंबई में कांग्रेस पर किया वार
- पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक (AIIB) की तीसरी सालाना बैठक की शुरुआत की।
- आखिरी में 'लोकतंत्र अमर रहे' का नारा लगाया।
- मोदी ने कहा हम संविधान की रक्षा के लिए कदम उठाते हैं।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक (AIIB) की तीसरी सालाना बैठक की शुरुआत की। इसके बाद 1975 की इमरजेंसी के खिलाफ बीजेपी के काला दिवस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया। आखिरी में "लोकतंत्र अमर रहे" का नारा लगाया।
#WATCH: PM Narendra Modi in Mumbai ends his speech on 1975 Emergency with the slogan "Loktantra Amar Rahe". pic.twitter.com/radGgrwTLz
— ANI (@ANI) June 26, 2018
WATCH: PM Narendra Modi addresses BJP workers in Mumbai https://t.co/LC5AKGy3Wq
— ANI (@ANI) June 26, 2018
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, जो भय फैलाया जा रहा है,वह उनकी पुरानी आदत है। हम संविधान की रक्षा के लिए कदम उठाते हैं। जिस पार्टी के अंदर लोकतंत्र न हो, उस पार्टी से लोकतंत्र की प्रतिबद्धता की कभी कल्पना नहीं कर सकते।
The party which has no internal democracy cannot be expected to follow the ideals of a democracy: PM Narendra Modi in Mumbai pic.twitter.com/KMxgb6kbPg
— ANI (@ANI) June 26, 2018
पीएम मोदी ने कहा, आपातकाल के दौरान मीडिया को डराया गया। न्यायपालिका को भी भयभीत किया गया। पीएम ने कहा जब स्व सुख के लिए स्वयं के दल को तबाह कर दिया गया, उसी दिन संकेत मिल गए थे कि इनके लिए परंपराएं, मूल्य, देश, लोकतंत्र, संविधान कोई मायने नहीं रखता है।
The country never thought that just for lust for power and servility to one family, India would be made into one big jail. Every person lived in fear. Constitution was misused: PM Modi on Emergency pic.twitter.com/gdpMZjdHzw
— ANI (@ANI) June 26, 2018
The country never thought that just for lust for power and servility to one family, India would be made into one big jail. Every person lived in fear. Constitution was misused: PM Modi on Emergency pic.twitter.com/gdpMZjdHzw
— ANI (@ANI) June 26, 2018
पीएम मोदी ने इमरजेंसी को बताया "काला दौर"
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर इमरजेंसी की आलोचना करते हुए ट्वीट में लिखा, पूरा देश इमरजेंसी को एक "काले दौर" (डार्क पीरियड) के रूप में याद करता है। उस काले दौर में डर का माहौल पैदा किया गया था। उस वक्त राजनीतिक शक्ति के लिए सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि विचार और कलात्मक आजादी को भी बंधक बनाया गया।
India remembers the Emergency as a dark period during which every institution was subverted and an atmosphere of fear was created. Not only people but also ideas and artistic freedom were held hostage to power politics.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2018
पीएम मोदी ने ये भी लिखा है, मैं सभी पुरुषों और महिलाओं के जज्बे को सलाम करता हूं, जिन्होंने आपातकाल का पुरजोर विरोध किया। पीएम मोदी ने कहा 43 साल पहले लागू किए गए आदेश को भारत "अंधकार युग" के तौर पर याद रखेगा, जहां सभी संस्थानों को दबाया गया।
I salute the courage of all those great women and men who steadfastly resisted the Emergency, which was imposed 43 years ago. Their struggles ensured people power prevailed over authoritarianism and the stifling of civil liberties.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2018
पीएम मोदी ने इमरजेंसी के दौरान के दमनकारी आदेशों की आलोचना करते हुए भारतीय लोकतंत्र को और मजबूत बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, लिखना, बहस करना, सवाल करना लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं। कोई भी ताकत संविधान के बुनियादी सिद्धातों को नहीं कुचल सकती है।
Let us always work to make our democratic ethos stronger. Writing, debating, deliberating, questioning are vital aspects of our democracy which we are proud of. No force can ever trample the basic tenets of our Constitution.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2018
इंदिरा गांधी ने हिटलर की तरफ काम किया- अरुण जेटली
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तुलना जर्मनी के क्रूर तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की है। जेटली ने सोमवार को फेसबुक पोस्ट में इंदिरा गांधी की तुलना हिटलर से करते हुए लिखा कि दोनों ने ही संविधान की धज्जियां उड़ाईं। उन्होंने आम लोगों के लिए बने संविधान को तानाशाही के संविधान में बदल दिया। हिटलर ने संसद के ज्यादातर विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करवा लिया था और अपनी अल्पमत की सरकार को संसद में दो तिहाई बहुमत के रूप में साबित किया।
The Representation of People Act was retrospectively amended to insert those provisions so that the invalid election of Mrs. Gandhi could be validated by changes in law. Unlike Hitler, Mrs. Gandhi went ahead to transform India into a ‘dynastic Democracy’.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) June 25, 2018
जेटली ने लिखा, इंदिरा गांधी ने भी संसद के अधिकांश विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करवाया और उनकी अनुपस्थिति में दो तिहाई बहुमत साबित कर संविधान में कई सारे संशोधन करवा लिए।
Both Hitler Mrs. Gandhi never abrogated the Constitution. They used a republican Constitution to transform democracy into dictatorship. Hitler arrested most of the opposition Members of Parliament converted his minority Government in Parliament into a 2/3rd majority govt.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) June 25, 2018
गौरतलब है कि 26 जून 1975 को यानि आज से 43 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई थी। उस दिन सुबह 8 बजे इंदिरा गांधी ने रेडियो पर आपातकाल का ऐलान किया था। अब इमरजेंसी की वर्षगांठ पर बीजेपी "ब्लैक डे" मना रही है।
The Emergency Revisited – Part-2 (3-Part Series) - The Tyranny of Emergency https://t.co/xy80Imvbho
— Arun Jaitley (@arunjaitley) June 25, 2018
Created On :   26 Jun 2018 8:23 AM IST