खंडहर बना नीरव मोदी का आलीशान बंगला, डायनामाइट से किया गया ध्वस्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करके फरार हुए नीरव मोदी का आलीशान बंगला खंडहर बन गया है। शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार ने रायगढ़ जिले के अलीबाग में अवैध रूप से बने नीरव मोदी के करोड़ों के बंगले को डायनामाइट से उड़ा दिया है। जानकारी के अनुसार, अलीबाग के किहिम बीच के किनारे लगभग 33 हजार वर्ग फीट में बने रूपन्या नाम के नीरव मोदी के इस बंगले की कीमत करीब 100 करोड़ रुपये थी। इस बंगले को ढहाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 100 डायनामाइट का इस्तेमाल किया। इन सभी डायनामाइट को एक दूसरे से जोड़कर ब्लास्ट किया गया। बंगले को तोड़ने का दूसरा चरण मंगलवार को ही शुरू हो गया था।
#WATCH Maharashtra: PNB Scam accused Nirav Modi"s bungalow in Alibag, Raigad district demolished by authorities. pic.twitter.com/ngrJstNjoa
— ANI (@ANI) March 8, 2019
घोटाले में कई संपत्तियां हो चुकी हैं कुर्क
पिछले साल अक्टूबर में जांच एजेंसी ने नीरव मोदी और उसके परिवार के सदस्यों की 637 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क की थी। इसमें न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क स्थित उनके दो अपार्टमेंट भी शामिल थे। फरवरी 2018 में भी नीरव मोदी की 21 अचल संपत्तियों को कुर्क किया गया था। ईडी ने यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग निरोधक कानून के तहत की थी।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिया था आदेश
बॉम्बे हाईकोर्ट ने नीरव मोदी के इस बंगले को अवैध करार देते हुए तोड़ने का आदेश दिया था। हालांकि बंगला गिराने के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। ईडी का कहना था कि, यह पीएनबी घोटाले के मामले में जब्त संपत्तियों में है। बाद में एजेंसी ने इसे स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया था। गौरतलब है कि ED ने थाईलैंड में भी नीरव मोदी की 13.14 करोड़ की संपत्ति सील कर दी है। ईडी की ओर से पिछले साल नवंबर में नीरव मोदी की दुबई में 56 करोड़ रुपये से अधिक की 11 संपत्ति कुर्क की गई थी।
नियमों का उल्लंघन कर हुआ था बंगले का निर्माण
नीरव मोदी का यह आलीशान बंगला 33 हजार वर्ग फीट में करीब 100 करोड़ की लागत से बनाया गया था। प्रशासन के मुताबिक, यह बंगला अवैध तरीके और तटीय मानदंडों का उल्लंघन करके बनाया गया। 2011 में नीरव को 376 वर्ग मीटर में यह बंगला बनाने की इजाजत मिली थी, लेकिन नियमों को तोड़ते हुए उन्होंने 1081 वर्ग में बंगले का निर्माण करवाया। कई बेडरूम और हॉल वाले इस बंगले में फर्स्ट फ्लोर पर 1000 वर्ग फीट का स्वीमिंग पूल भी है। मोदी ने इस बंगले के बाहर अवैध तरीके से एक गार्डन भी बनवाया था।
जनवरी में शुरू हुआ था पहला चरण
दरअसल बंगले को ध्वस्त करने का पहला चरण 25 जनवरी को शुरू हो गया था। तब कई दीवारें तोड़ी गई थीं। प्रशासन पिछले 6 हफ्तों से बंगला ढहाने की कोशिश में लगा था, लेकिन यह इतनी मजबूती से बना था कि इसे गिराना मुश्किल हो रहा था। इसलिए प्रशासन ने इसे डायनामाइट से ढहाने का फैसला लिया था। गुरुवार को इसके पिलरों में छेद कर डायनामाइट लगाने का काम पूरा कर लिया गया था।
Created On :   8 March 2019 11:51 AM IST