जामिया के बाहर डिटेंशन सेंटर के पोस्टर

नई दिल्ली, 28 दिसम्बर (आईएएनएस)। हम लाठी डंडे खाएंगे पर कागज नहीं दिखाएंगे, जामिया विश्वविद्यालय के बाहर शनिवार दोपहर जगह-जगह इसी तरह के नारे गूंजते रहे। लोगों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर जितना भ्रम था, उससे ज्यादा डर एनआरसी को लेकर दिखाई दिया।
जामिया विश्वविद्यालय के बाहर शनिवार को डिटेंशन सेंटर के कई पोस्टर लगे थे और कार्ड बोर्ड के जरिए डिटेंशन सेंटर का मॉडल बनाया गया था। डिटेंशन सेंटर के पोस्टर के जरिए प्रदर्शनकारियों को बताया गया कि एनआरसी से बाहर होने वालों को डिटेंशन सेंटर में किस प्रकार की प्रताड़ना से गुजरना पड़ता है।
विभिन्न शिक्षण संस्थानों से जामिया पहुंचे छात्रों में से कुछ छात्रों ने जामिया विश्वविद्यालय के बाहर डिटेंशन सेंटर के पोस्टर व मॉडल बनाए और प्रदर्शित किए। डिटेंशन सेंटर के इन पोस्टर के साथ ही छात्रों ने एनआरसी व सीएए के खिलाफ पोस्टर और पेंटिंग्स भी बनाए।
यहां लगाए गए डिटेंशन सेंटर के मॉडल्स के सामने डिटेंशन सेंटर की क्रूरता बयान करते कई पोस्टर्स थे। इन पोस्टर्स में लिखा था कि जरा इतिहास में देखो डिटेंशन कैंप की हकीकत, आपका दिल दहल उठेगा।
डिटेंशन सेंटर के पोस्टर देखने दिनभर लोग आते रहे। जामिया के प्रदर्शन से जुड़े मीर ने बताया की विभिन्न छात्र व स्थानीय लोग अपनी पसंद से यहां इस प्रकार की पेंटिंग बनाकर रख रहे हैं।
अपने भाई गुड्डू के साथ यहां आई नाहिदा ने बताया कि वह और उनके सभी भाई-बहन दिल्ली में जन्मे हैं। सभी के पास यहां का बर्थ सर्टिफिकेट है। नाहिदा ने कहा कि वह उन लोगों के लिए डरी हुई हैं, जिनके नाम एनआरसी में नहीं आएंगे और उन्हें ऐसे डिटेंशन सेंटर्स में डाल दिया जाएगा।
इस बीच, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई छात्र व पूर्व छात्र जामिया में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन को अपना समर्थन देने शनिवार को एक बार फिर यहां मौजूद रहे।
Created On :   28 Dec 2019 8:30 PM IST