राफेल के दस्तावेज चोरी नहीं हुए, फोटोकॉपी का इस्तेमाल किया गया - वेणुगोपाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने शुक्रवार को दावा किया कि रक्षा मंत्रालय से राफेल दस्तावेज नहीं चुराए गए थे। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उनके कहने का मतलब यह था कि आवेदन में याचिकाकर्ताओं ने "मूल" पत्रों की फोटोकॉपी का इस्तेमाल किया था, जिन्हें सरकार ने गुप्त माना था।
वेणुगोपाल ने कहा, "मुझे बताया गया है कि विपक्ष ने आरोप लगा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में यह तर्क दिया गया था कि राफेल की फाइलें रक्षा मंत्रालय से चुरा ली गई हैं। यह पूरी तरह से गलत है। वेणुगोपाल ने कहा कि यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और प्रशांत भूषण की ओर से दायर अर्जी में अदालत से राफेल सौदे के खिलाफ जांच के लिए याचिका खारिज करने के फैसले की समीक्षा की मांग की गई थी। इसमें उन्होंने तीन दस्तावेज इस्तेमाल किया थे, जो मूल की फोटोकॉपी थे"। वेणुगोपाल ने कहा था कि यह अदालत की अवमानना और गोपनीयता का उल्लंघन है, ऐसे में इन याचिकाओं को रद्द कर देना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिकाओं पर 14 मार्च तक सुनवाई टाल दी थी।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अटॉर्नी जनरल ने चोरी शब्द का उपयोग किया था, इससे बचा जा सकता था। सरकार ने इन दस्तावेजों के आधार पर लेख प्रकाशित करने वाले "द हिन्दू" समाचार पत्र को को भी ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत चेतावनी दी थी। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ से अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा था कि राफेल सौदे से संबंधित दस्तावेज सार्वजनिक करने वाले सरकारी गोपनीयता कानून के तहत और कोर्ट की अवमानना के दोषी हैं।
बता दें कि बुधवार को अदालत में वेणुगोपाल की राफेल फाइटर जेट सौदे के दस्तावेज चोरी होने की टिप्पणी के बाद राजनीतिक घमासान छिड़ गया था। कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने इस तरह के संवेदनशील कागजात की चोरी पर सरकार को निशाना बनाया था और आपराधिक जांच की मांग की थी।
Created On :   8 March 2019 8:38 PM IST