असम में बारिश बाढ़ भूस्खलन से मची तबाही, लाखों लोग तितर -बितर. बाढ़ में बहे सैकड़ों जानवर

असम में बारिश बाढ़ भूस्खलन से मची तबाही, लाखों लोग तितर -बितर. बाढ़ में बहे सैकड़ों जानवर
असम असम में बारिश बाढ़ भूस्खलन से मची तबाही, लाखों लोग तितर -बितर. बाढ़ में बहे सैकड़ों जानवर
हाईलाइट
  • तबाही

डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। बाढ़ की वजह से असम के ज्यादातर जिले जलमग्न हो गए है, हर जगह पानी पानी ही नजर आ रहा हैं, भयंकर बारिश के चलते आई बाढ़ में लोगों के फंसे होने की खबर लगातार मिल रही हैं। बाढ़ की तबाही से लोगों को खाने पीने की सामग्री नहीं मिल रहे, उन्हें भूख और प्यास से तड़पना पड़ रहा हैं।  लाखों लोग अपने आशियानों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर ठिकाना पाने के लिए  राज्य के एक कोने से दूसरे कोना  पाने के लिए परेशान हो रहे हैं।

लगातार हो  बारिश  की वजह से  ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों में जल स्तर बढ़ गया। इनकी कई सहायक नदियों के किनारे टूटने की वजह से आवासीय इलाकों में पानी घुसने से जलमग्न जैसी स्थिति पैदा हो गई।  खेतों में अधिक पानी भर जाने से करीब 46,160 हेक्टेयर कृषि भूमि और फसल बर्बाद हो चुकी हैं।   

असम में कुल 35 जिलों में से  32 जिलों में बाढ जैसे हलात हैं। नीचले इलाकों में पानी की वजह से हलात और खराब हो गये हैं। समान्य से ज्यादा बारिश के कारण असम में बाढ़ आ गई हैं।   बारिश बाढ़ भूस्खलन और आंधी  की वजह से करीब सात हजार से ज्यादा कच्चे मकान ध्वस्त हो गए हैं। 3 लाख से ज्यादा जानवरों की हालत दयनीय हो गई हैं हजारों जानवार पानी के बहाव में बह गए हैं। भयंकर बारिश और बाढ़ के प्रकोप से लोगों को सड़क, ऊंचे स्थानों, सड़कों पर तिरपाल के नीचे रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं।  

असम में आई  बाढ और भूस्खलन से अब तक सैकडों लोगों की मौत हो गई हैं।   6 लाख से ज्यादा लोगों का  जीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं। बड़े बूढे बच्चे महिलाओं के साथ गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। सरकार की ओर से राहत कार्य जारी है लेकिन वो अपर्याप्त नजर आ रहे हैं। जगह जगह आपदा से निपटने के लिए एनडीआरअफ की टीम पहुंची है और बाढ़ में फसें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं। कई स्थानों पर राज्य सरकार ने आपदा में हेलिकॉप्टरों से खाने के पैकेट और पानी की बोतल गिराई थी, ताकि लोग पा सकें। 



 

Created On :   25 Jun 2022 8:53 AM GMT

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