तूतीकोरिन हिंसा: सरकार ने कई इलाकों में बंद की इंटरनेट सेवा, जांच कमेटी गठित

Tamil Nadu Internet services suspended for 5 days in tuticorin
तूतीकोरिन हिंसा: सरकार ने कई इलाकों में बंद की इंटरनेट सेवा, जांच कमेटी गठित
तूतीकोरिन हिंसा: सरकार ने कई इलाकों में बंद की इंटरनेट सेवा, जांच कमेटी गठित

डिजिटल डेस्क, तुतीकोरिन। तमिलनाडु सरकार ने सोशल मीडिया पर लोगों के बढ़ते गुस्से को देख तूतीकोरिन में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। इसके अलावा तूतीकोरिन से सटे तिरुनेलवेलि और कन्याकुमारी जिले में भी इंटरनेट सुविधाएं बंद कर दी गई हैं। इस हिंसा में 12 लोगों की मौत के बाद फिर से प्रदर्शन के दौरान बुधवार को पुलिस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सोशल मीडिया पर लोग इस हिंसा की तुलना जलियावाला बाग हत्याकांड से कर रहे हैं। 

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सीएम पलानीस्वामी ने इस घटना को लेकर कहा कि "पूरे प्रकरण में कुछ राजनीतिक दलों, गैर सरकारी संगठनों और असामाजिक तत्वों ने प्रदर्शनकारियों को गलत दिशा दी है।

 

 

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि "तमिलनाडु के तुतीकोरिन में हुई हिंसा में गई जानों के लिए मुझे बहुत दुख है। एमएचए ने इस घटना को लेकर संज्ञान लिया है और राज्य सरकार से एक रिपोर्ट मांगी है।

 

 

DMK के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन को सीएम ऑफिस परिसर से बलपूर्वक बाहर निकाला गया। वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ सीएम से मिलने पहुंचे थे, लेकिन मिलने की इजाजत नहीं मिली तो वह सीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए थे। सीएम हाउस के बाहर प्रोटेस्ट करने के चलते पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।

 

तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टरलाइट कॉपर के स्मेल्टर की बिजली आपूर्ति डिस्कनेक्ट करने के लिए थूथुकुडी के जिला कलेक्टर को निर्देशित किया है। बोर्ड ने पाया कि यूनिट उत्पादन को फिर से शुरू करने की गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। जब तक कि इसे संचालित करने का लाइसेंस रिन्यू न हो जाए।

 



 

एआईएडीएमके ने राज्य सरकार का नेतृत्व किया है, पार्टी यह भी मांग करेगी कि थूथुकुडी में स्टरलाइट तांबा स्मेल्टर प्लांट स्थायी रूप से बंद हो। डीएमके 13 लोगों के मारे जाने के विरोध में 25 मई को राज्य बंद करेगी।

 

 

 

पुलिस फायरिंग में एक और व्यक्ति की मौत

इस हिंसा में 12 लोगों की मौत के बाद फिर से प्रदर्शन के दौरान बुधवार को पुलिस की फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सोशल मीडिया पर लोग इस हिंसा की तुलना जलियावाला बाग हत्याकांड से कर रहे हैं। मंगलवार को लोगों की मौत से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को सड़कों पर प्रदर्शन के साथ ही पुलिस पर पथराव भी किया। जिस कारण पुलिस को अन्नानगर में फायरिंग करनी पड़ी।

 

 

राज्य में स्टरलाइट कॉपर यूनिट को बंद करने की मांग को लेकर हो रहा प्रदर्शन लगातर उग्र होता जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से तूतीकोरिन हिंसा पर रिपोर्ट तलब की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि वह इस घटना के संबंध में राज्य सरकार के लगातर संपर्क में हैं।  


करीब 60 से अधिक लोग हिंसा में घायल हो चुके हैं, मद्रास हाईकोर्ट ने प्लांट में काम होने पर रोक लगा दी है। जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और धारा 144 लगा दी गई है। इस घटना को लेकर बीते दिन कमल हासन ने भी अपनी प्रतिक्रिया जताई और कहा कि "हमें पता होना चाहिए कि पुलिस को फायरिंग के ऑर्डर किसने दिए थे।" सिर्फ मुआवजे का ऐलान कर देने से इसका हल नहीं निकलता। इंडस्ट्री को बंद करना चाहिए, लोग की भी यही मांग है।  


सीएम ने दिए जांच के आदेश 

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि तूतीकोरिन में वेदांता समूह की इकाई स्टरलाइट इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में 13 प्रदर्शनकारी मारे गए हैं। 

 

 

जांच कमेटी का गठित 

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस इकाई की वजह से क्षेत्र में भूजल प्रदूषित हो रहा है। वहीं, सरकार ने तूतीकोरिन हिंसा के मामले में मद्रास हाईकोर्ट की रिटायर्ड जज अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की है। वह सरकार को घटना के संबंध में अपनी रिपोर्ट देंगी।

Created On :   24 May 2018 9:11 AM IST

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