सूर्य ग्रहण पर बंद रहेंगे मंदिरों के कपाट, जानें भारत में इसका समय, किन राशियों पर होगा सूर्य ग्रहण का असर

सूर्य ग्रहण पर बंद रहेंगे मंदिरों के कपाट, जानें भारत में इसका समय, किन राशियों पर होगा सूर्य ग्रहण का असर
सूर्यग्रहण-2022 सूर्य ग्रहण पर बंद रहेंगे मंदिरों के कपाट, जानें भारत में इसका समय, किन राशियों पर होगा सूर्य ग्रहण का असर
हाईलाइट
  • सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से ठीक 12 घंटे पहले ही शुरू हो जाता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस साल का दूसरा व आखिरी सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से ठीक 12 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है। भारत में भी सूर्य ग्रहण का असर दिखेगा। सूर्य ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ज्योषित में ग्रहण को अशुभ घटनाओं में गिना जाता है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार, ग्रहण के दौरान शुभ कार्य व पूजा वर्जित माने जाते हैं। आइए जानते हैं भारत में सूर्य ग्रहण का समय।

सूर्य ग्रहण का समय

भारत में सूर्य ग्रहण दिन में 2 बजकर 29 मिनट से शुरू हो जाएगा और करीब 4 घंटे 3 मिनट तक चलेगा। इस बार सूर्यास्त होने के बाद भी ग्रहण होगा। शाम 6 बजकर 32 मिनट पर ग्रहण खत्म होगा।

भारत में इन स्थानों पर दिखेगा सूर्य ग्रहण

इस बार आंशिक सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तर-पूर्वी अफ्रीका और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा। भारत में ग्रहण का प्रभाव नई दिल्ली, बेंगलुरू कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी व मुथरा में दिखाई देगा। जानकारों की माने तो पूर्वी भारत को छोड़कर पूरे भारत में इस सूर्य ग्रहण का असर देखने को मिल सकता है।

इन राशियों पर पड़ेगा असर

इस बार सूर्य ग्रहण के दौरान अलग-अलग राशियों पर प्रभाव रहेगा। मेष, वृषभ और मिथुन राशि के लोगों पर सूर्य ग्रहण का बुरा असर देखने को मिलेगा। बताया जाता है कि कर्क राशि वाले लोगों को धनलाभ होगा। कन्या राशि वालों को इस दौरान हानि हो सकती है। वृश्चिक वालों को धन की हानि होने की संभावना जताई जा रही है। जबकि धन राशि वालों को इस दौरान लाभ होगा।

इन मंदिरों में ग्रहण के दौरान नहीं मिलेगा प्रवेश

काशी विश्वनाथ, संकटमोचन मंदिर समेत कई मंदिरों में प्रवेश में नहीं मिलेगा। 25 अक्टूबर के अपराह्न 3 बजकर 30 बजे से 26 अक्टूबर को सूर्योदय 06 बजकर 02 बजे तक बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह सहित परिसर स्थित सभी देवकक्ष के पट बंद रहेंगे। सप्तर्षि, शृंगार भोग और शयन आरती 25 अक्तूबर को नहीं होगी। 26 अक्तूबर को मोक्ष पूजा एवं मंगला आरती के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खोला जाएगा। वहीं संकटमोचन मंदिर ग्रहणकाल के बाद खोल दिया जाएगा।

कैसे लगता है सूर्य ग्रहण?

जब सूर्य और धरती के बीच चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की रोशनी को कुछ समय के लिए ढक लेता है। इसी घटना को सूर्यग्रहण कहा जाता है।

Created On :   25 Oct 2022 4:14 AM GMT

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