व्हाट्सएप के जरिए कश्मीर में पत्थरबाजी करा रहा है हाफिज सईद
डिजिटल डेस्क, कश्मीर। कठुआ गैंगरेप केस को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस केस को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी आतंकी और 26/11 हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद कश्मीर में इस मामले को उकसाते हुए युवाओं से पत्थरबाजी करा रहा है। हाफिज यह काम व्हाट्अप के जरिए कराने का प्रयास कर रहा है। आतंकी हाफिज सईद हिंसा भड़काने की कोशिश में जुटा है। हाफिज सईद इसके लिए वह 9255 नंबर्स वाले 124 व्हाट्सएप ग्रुप का सहारा ले रहा है।
बारामूला में भड़के लोग
जानकारी के अनुसार, व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए वह भारत विरोधी टेक्सट, वीडियो लोगों तक पहुंचा रहा है। जिससे की लोग आतंकित हों और उत्पात करें। आतंकी की इस साजिश की बानगी भी देखने को मिली है। घटना के खिलाफ उत्तरी कश्मीर के बारामूला और दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिलों में भारी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने शोपियां कस्बों और बारामूला के डेलिना इलाके में सड़कों पर उतरकर विरोध जताया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी। इसका जवाब देते हुए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे।
मैसेज के जरिए कराई जा रही पत्थरबाजी
बता दें कि प्रशासन द्वारा श्रीनगर, गंदरबाल, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां और अनंतनाग जिलों के कई स्थानों के शैक्षिक संस्थानों में कक्षाओं को बंद करने के बावजूद विरोध प्रदर्शन हुआ। इस घटना को लेकर बुधवार को एक दर्जन से अधिक स्थानों पर हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने आंदोलनकारी छात्रों और बलों के बीच टकराव से बचने के लिए उपाय अपनाए हैं। बताया जा रहा है कि गुमशुदा बच्चे की तलाश वाले मैसेज से लोगों को उकसाने की कोशिश की गई।
व्हाट्सएप पर बनाए जा रहे आतंकी
लाहौर से हाफिज सईद के आंतकी संगठन के हेटक्वार्टर्स से कश्मीर के लोगों को एक संदेश भेजा रहा है। इसके दो घंटों के भीतर ही कश्मीर में पत्थरबाजी शुरू हो गई। 13 अप्रैल को अचानक कुछ लोग पत्थरबाजी करने निकल आते हैं, इसे कठुआ गैंगरेप का आक्रोश बताया जाता है। बताया जा रहा है इस ग्रुप में पाकिस्तान और भारत के आईएसडी कोड वाले नंबर हैं। तहरीक-ए-आजादी नाम के एक ग्रुप से इस तरह के मैसेज भेजे जाते हैं, जिसमें कहा जाता है कि सरकार रेप के आरोपियों बचाना चाहती है।
Created On :   20 April 2018 8:53 AM IST