तितली की तबाही, ओडिशा में लैंडस्लाइड से 12 की मौत, बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत पैकेज
- ओडिशा के गजपति जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन में बारह लोगों की मौत होने की खबर है।
- यह घटना तब हुई जब कुछ ग्रामीणों ने शुक्रवार शाम बहुत भारी बारिश के बाद गुफानुमा जगह में आश्रय लिया था।
- विशेष राहत आयुक्त पीवी सेठी ने इस हादसे की पुष्टि की है।
डिजिटल डेस्क, भूवनेश्वर। ओडिशा के गजपति जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन में बारह लोगों की मौत की खबर है। यह घटना तब हुई जब कुछ ग्रामीणों ने शुक्रवार शाम बहुत भारी बारिश के बाद गुफानुमा जगह में आश्रय लिया था। विशेष राहत आयुक्त पीवी सेठी ने इस हादसे की पुष्टि की है। बता दें कि तितली तूफान की वजह से ओडिशा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। तूफान ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा में काफी तबाही मचाई है। अकेले ओडिशा में करीब 3 लाख लोग तूफान से प्रभावित हुए हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित गंजम, गजपति और रायगढ़ जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया।
सर्वेक्षण के बाद, पटनायक ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है। रायगढ़ के गंजम, गजपति और गुन्नूपुर सब-डिविजन के प्रभावित परिवारों को 15 दिनों के लिए राहत दी जाएगी। औसतन 4 सदस्यों के परिवार को 3000 रुपये से ज्यादा राहत मिलेगी। इससे पहले, पटनायक ने बताया था कि सबसे ज्यादा नुकसान फसल, रोड और पेड़ों को हुआ है। राहत और बचाव का काम तेजी से चल रहा है। कृषि फसल, सड़कों और पेड़ों को अधिकतम नुकसान किया गया है। राहत कार्य शीर्ष गति के साथ-साथ बहाली के काम पर भी चल रहा है।
स्पेशल रिलीफ कमिश्नर बी. पी. सेठी ने कहा, "गजपति जिले के रायगढ़ ब्लॉक के तहत बरघरा गांव में लैंडस्लाइड की वजह से 12 लोगों की मौत की खबर है। हम इसे वेरिफाई कर रहे हैं।" उन्होंने बताया कि 4 लोग लापता हैं और उनके मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। सेठी ने कहा कि गजपति जिले के कलेक्टर से इस हादसे की विसतृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के बाद प्रभावित लोगों को सरकारी प्रावधानों के अनुसार आर्थिक सहायता दी जाएगी। उधर, अन्य जिलों में भी तूफान के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए है। सेठी ने कहा, इन जिलों में भी राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। सुदूर इलाकों तक भी राहत पहुंचाने के कोशिश तेज कर दी गई है।
उधर, आंध्र प्रदेश में बी तितली तूफान ने तबाही मचाई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को बताया कि तितली तूफान से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश में करीब 2800 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फौरन 1200 करोड़ रुपए की सहायता राशि मुहैया कराने की अपील की है। राज्य के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले में भारी तबाही हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, ओडिशा का डिप्रेशन पूर्व-पूर्वोत्तर में शिफ्ट हो गया है। करीब 12 घंटों बाद इसके कमजोर पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार है और जिलों में पहले ही आश्रय और राहत गोदामों का निर्माण कर चुकी है। किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान लोगों को सतर्क करने के लिए वॉर्निंग सिस्टम भी सरकार ने तैयार किया है।
Created On :   13 Oct 2018 4:56 PM IST