वर्चस्व की जंग में दो लोगों की गई जान, सपा एमलसी और उसका भाई गिरफ्तार
- वर्चस्व की जंग में दो लोगों की गई जान
- सपा एमलसी और उसका भाई गिरफ्तार
औरैया, 16 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सपा एमएलसी कमलेश पाठक और अधिवक्ता मंजुल चौबे की बीच वर्चस्व की जंग खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। आमने-सामने आने पर चली गोलियों में घिरकर अधिवक्ता और उनकी चचेरी बहन की जान चली गई। इस मामले में पुलिस ने सपा एमएलसी और उनके भाई को गिरफ्तार किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सपा शासन में राज्यमंत्री का दर्जा रखने वाले एमएलसी कमलेश पाठक अपने भाई और कुछ अन्य लोगों के साथ पूजन के लिए मंदिर पहुंचे। इस जानकारी पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अधिवक्ता मंजुल चौबे भी परिजनों व कुछ लोगों के साथ वहां पहुंच गए। चौबे के साथियों ने कमलेश के मंदिर में आने पर आपत्ति की। दोनों के बीच कहासुनी में एक-दूसरे को गोली से उड़ा देने की धमकियां दी जाने लगीं।
इस बीच कमलेश के साथ मौजूद लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। तभी कोतवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए लेकिन गोलीबारी नहीं रोक सके। चली गोलियों से मंजुल चौबे और उनकी चचेरी बहन सुधा की मौके पर ही मौत हो गई। मंजुल के पेट और कनपटी में गोलियां लगीं, जबकि सुधा के सीने में एक गोली लगी है।
आरोप है कि कमलेश पाठक के भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख संतोष पाठक ने अपनी लाइसेंसी राइफल से गोलियां चलाईं थीं। इन गोलियों की चपेट में आकर मंजुल चौबे का बड़ा भाई संजय और मंदिर के बाहर सड़क से निकल रहे अधिवक्ता अजीत कुमार पुत्र रामनिवास निवासी नरायनपुर भी घायल हो गए।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनीति ने बताया कि गोलीबारी कांड में पुलिस ने 11 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज करते हुए एमएलसी कमलेश पाठक, उनके भाई संतोष पाठक, रामू पाठक और हनुमान मंदिर के कथावाचक राजेश शुक्ला समेत छह को गिरफ्तार किया है। दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच तनाव के चलते मंजुल चौबे के मोहल्ले नारायनपुर और कमलेश पाठक के आवासीय क्षेत्र बनारसीदास मोहल्ले में पुलिस तैनात की है।
आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि एमएलसी पर कई जमीन पर कब्जा करने की शिकायत है। इसकी जानकारी शासन को दे दी गई है। शासन ने जांच के आदेश दिये है। टीम बनाकर जांच की जाएगी।
Created On :   16 March 2020 12:00 PM IST