टी-10 टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को नहीं भेजने से यूएई नाराज
कराची, 1 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने अपने यहां होने वाले टी-10 टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को नहीं भेजने पर नाराजगी जताई है।
विदेशी टीमों के पाकिस्तान के दौरे से इनकार के बाद पाकिस्तान बीते कई सालों से अपनी सभी घरेलू श्रृंखला यूएई में खेलता रहा है। पाकिस्तान सुपर लीग के अधिकांश मैच भी यूएई में होते रहे हैं। क्रिकेट से इतर भी पाकिस्ता को यूएई की तरफ से आर्थिक मदद मिलती रहती है।
लेकिन, मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि एक ऐसे समय में यूएई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बीच तल्खी पैदा हुई है जब पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के संकेत मिलने शुरू हुए हैं। विवाद की वजह यूएई में होने वाले टी-20 टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों को पीसीबी द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं दिया जाना है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यहां तक कहा गया है कि एनओसी नहीं दिए जाने के फैसले के पीछे खुद पीसीबी पैट्रन व प्रधानमंत्री इमरान खान हैं।
पीसीबी प्रवक्ता ने जंग को बताया कि टी-10 लीग को लेकर पाकिस्तान की स्थिति बिलकुल साफ है और वह इस संवेदनशील मुद्दे पर कुछ और नहीं कहना चाहते।
पीसीबी ने पहले लीग में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को इजाजत दी थी लेकिन बीते हफ्ते यह कहते हुए इसे वापस ले लिया कि खिलाड़ियों के वर्क लोड, फिटनेस और घरेलू कायदे आजम ट्राफी के मद्देनजर ऐसा करना जरूरी है।
लीग 15 नवंबर से शुरू होने वाली है।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ईसीबी के वाइस चेयरमैन खालिद अल जूरानी ने बीते हफ्ते पीसीबी चेयरमैन एहसान मनी को पत्र लिखकर कहा था कि पाकिस्तान के इस फैसले से टूर्नामेंट में यूएई सरकार के निवेश को सीधे चोट पहुंची है। उन्होंने फैसले को बदलने की मांग की। माना जा रहा है कि मनी ने जूरानी को बताया कि इस फैसले के पीछे खुद प्रधानमंत्री खान हैं।
Created On :   1 Nov 2019 6:30 PM IST