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- West Bengal: Four killed in TMC-BJP clash, BJP said Mamata Banerjee responsible for unrest
दैनिक भास्कर हिंदी: बंगाल: TMC-BJP के बीच झड़प में चार की मौत, बीजेपी ने ममता को ठहराया जिम्मेदार
हाईलाइट
- पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में टीएमसी-बीजेपी के बीच झड़प
- टीएमसी के एक और बीजेपी के तीन कार्यकर्ता की मौत
- बीजेपी का दावा- बाशीरहाट में टीएमसी ने चार कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या की
- मुकुल रॉय ने कहा- सांसदों की टीम घटनास्थल का दौरा कर गृह मंत्री को रिपोर्ट भेजेंगे
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच सियासी हिंसा बढ़ती ही जा रही है। शनिवार को बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले में एक बार फिर TMC और BJP के बीच हिंसक झड़प हुई। जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। खबर के मुताबिक, टीएमसी के एक कार्यकर्ता और बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हुई है। इस घटना के लिए बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है।
3 BJP workers shot dead by TMC goons in Sandeshkhali, West Bengal. @mamataofficial is directly responsible for unleashing violence against BJP workers.
— Mukul Roy (@MukulR_Official) June 8, 2019
We will be reaching Union Home Minister Sh @amitshah ji to apprise him of Sandeshkhali killings.
दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान से ही बंगाल में हिंसा जारी है। शनिवार की शाम बशीरहाट में संदेशखली के नैजाट थानाक्षेत्र में पार्टी झंडा लगाने को लेकर बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। इसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए। बीजेपी ने टीएमसी पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि, पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की गोलीमार कर हत्या की गई है। बीजेपी नेता सायंतन बसु ने बताया, उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ता- सुकांता मंडल, प्रदीप मंडल और शंकर मंडल की गोली मारकर हत्या की गई है। ये लोग टीएमसी कार्यकर्ताओं को भाजपा के झंडे हटाने से रोक रहे थे। जानकारी के मुताबिक, कयूम मुल्ला नाम का टीएमसी समर्थक भी मारा गया है।
बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने इस घटना के लिए टीएमसी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। रॉय ने दावा किया है कि, टीएमसी के गुंडों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया और बाशीरहाट के संदेशखली में हमारे 4 कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी नेता और सीएम आतंक के शासन में लिप्त हैं।
Mukul Roy, BJP: A team of MPs will visit Sandeshkhali tomorrow and send a report to the Home Minister, we will protest against this democratically. (8.6.19) https://t.co/GXhVpS9FtA
— ANI (@ANI) June 9, 2019
मुकुल रॉय के नेतृत्व में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल आज बशीरहाट के संदेशखली का दौरा करेगा। इसके बाद गृह मंत्री को रिपोर्ट भेजेंगे। मुकुल रॉय ने इस घटना का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने की बात कही है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस पूरे मामले में कार्यकर्ताओं को संयम बरतने और बंगाल बीजेपी यूनिट को सतर्क रहने को कहा है। शनिवार को ही बंगाल के साउथ दिनाजपुर में भी बीजेपी सांसद दिलीप घोष की विजयी रैली को रोकने पर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इसमें एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और दो वॉलंटियर घायल हो गए।
West Bengal: Clash broke out between BJP workers&police in Gangarampur,South Dinajpur after police allegedly stopped the rally of BJP MP Dilip Ghosh in the area. One police sub inspector & two civic volunteers who were injured in the clash have been admitted to a nearby hospital. pic.twitter.com/ljR1qIuPvI
— ANI (@ANI) June 8, 2019
दिलीप घोष ने बताया, हम लोगों से मिलकर वोट देने के लिए उनका धन्यवाद कर रहे थे। पुलिस ने लोगों से मिलने की अनुमति नहीं दी, कई स्थानों पर धारा 144 लगा दी गई। टीएमसी समर्थक हम पर हमला कर रहे हैं, कुछ समर्थक और पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं।
BJP MP Dilip Ghosh: We are meeting people to thank them for voting for us. Police is not allowing us to meet people, Sec 144 has been imposed at places. TMC supporters are attacking us, a few of our supporters and police personnel have been injured. pic.twitter.com/T49AFGxtA0
— ANI (@ANI) June 8, 2019
गौरतलब है कि ममता गुरुवार को नॉर्थ 24 परगना के निमता में मारे गए टीएमसी नेता के घर पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने कहा था, बीजेपी ने विजय जुलूसों के नाम पर हुगली, बांकुरा, पुरुलिया और मिदनापुर में अव्यवस्था फैलाई है। अब से एक भी विजय जुलूस नहीं निकलेगा।
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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