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गणतंत्र दिवस समारोह : गणतंत्र दिवस की परेड में दिखेगी नारी शक्ति की झलक, मिस्र के राष्ट्रपति बनेंगे खास मेहमान, देखेंगे भारतीय सेना का शौर्य

हाईलाइट
- गणतंत्र दिवस की तैयारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश इस साल 26 जनवरी, 2023 को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इसी दिन साल 1950 को हमारा सविंधान लागू हुआ था। जिसके उपलक्ष्य में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। कर्तव्य पथ पर रिपब्लिक डे की तैयारी जोर शोर से की जा रही हैं। बता दें कि, केंद्र सरकार ने बीते साल सिंतबर माह में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ रख दिया था। यह पहला मौका होगा जब यहां गणतंत्र दिवस की परेड होगी। भारत गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाता है। इस दिन कर्तव्य पथ पर भव्य परेड का आयोजन होगा। अलग-अलग राज्यों की झांकी भी निकलेंगी।
जिसमें हर राज्य अपनी संस्कृति को देश और अंतर्रराष्ट्रीय मंचो पर रखने का काम करता है। भारत दुनिया को झांकी के जरिए विविधता में एकता का मैसेज देना चाहता है। गणंतत्र दिवस परेड में देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत आम और खास लोग शामिल होते हैं। इसके अलावा कई अन्य राष्ट्रों से मेहमानों को भी आमंत्रित किया जाता है। इस बार भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी को बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया है। जो भारत के शौर्य और पराक्रम का साक्षी बनने के लिए भारत पहुंच चुके हैं।
विविधता में एकता रखता है भारत
विविधता में एकता का विश्वास रखने वाले भारत के महापर्व पर इस वर्ष 23 झांकियां निकलने वाली हैं। जिनमें 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की खूबसूरत झांकियां होंगी, जबकि 6 झांकियां अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों की देखने को मिलेंगी। गृह मंत्रालय की दो झाकियां होने वाली है। इनमें नारेकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की एक-एक झांकी होगी। जो समाज में एक अच्छा संदेश देने के माध्यम से उतरेगी। इसके अलावा जनजातीय मामलों के मंत्रालय, कृषि मंत्रालय, और संस्कृति मंत्रालय की एक-एक झांकी कर्तव्य पथ पर देखने को मिलेंगी। साथ ही आवास और शहरी मंत्रालय के अंदर आने वाली केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की भी एक झांकी कर्तव्य पथ पर निकलने वाली है।
नारी शाक्ति पर आधारित होगी झांकियां
राज्यों की बात करें तो, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पश्चिम बंगाल, असम, हरियाणा सहित कई राज्यों की झांकी निकलने वाली हैं। जो कार्यक्रम में सम्मिलित हुए लोगों के मन को मोहने का काम करेंगी। इस बार ज्यादा झांकियों का विषय "नारी शाक्ति" पर आधारित है। इस बार पश्चिम बंगाल की झांकी में यही थीम देखने को मिलेगी। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी कोलकाता की भव्य दुर्गा पूजा को झांकी के जरिए दर्शाया जाएगा। हाल ही में यूनेस्को ने कोलकाता की भव्य दुर्गापूजा को विश्व हैरिटेज की सूचि में शामिल किया है। जिसका जश्न मनाते हुए पश्चिम बंगाल नारी शाक्ति का प्रदर्शन कर्तव्य पथ पर करेगा।
असम गणतंत्र दिवस के मौके पर कामाख्या मंदिर का प्रदर्शन करने वाला है। जबकि उत्तर प्रदेश इस बार दीपोत्सव से जुड़ी झांकी का प्रदर्शन करने जा रहा है। बता दें कि, बीते वर्ष दिपावली में रामनगरी अयोध्या में 15 लाख दिये जलाकर यूपी सरकार ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। जो गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाने में कामयाब रही थीं। इस झांकी में गुरु वशिष्ठ की एक विशाल प्रतिमा अगले हिस्से में रखी जाएगी। जिसे दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया जा सके।
गणतंत्र दिवस के खास मेहमान
हर साल किसी न किसी देश के राष्ट्रध्यक्ष को गणतंत्र दिवस के मौके पर आमंत्रित किया जाता है। इस बार मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी को आमंत्रित किया गया है। रिपब्लिक डे के मौके पर विदेशी चीफ गेस्ट को आमंत्रित करने की परंपरा रही है। हालांकि, बीते दो वर्षों से कोई भी मेहमान गणतंत्र दिवस के समारोह में सम्मिलित नहीं हुए थे। पैनडेमिक को देखते हुए बीते गणतंत्र दिवस पर किसी को भी निमंत्रण नहीं भेजा गया था। हालांकि, हालात सामान्य होने पर इस बार मिस्त्र के राष्ट्रपति अल सीसी रिपब्लिक डे की समारोह का शोभा बढ़ाएंगे।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।