15 अगस्त को आजाद हुआ पाकिस्तान एक दिन पहले मनाता है जश्न-ए-आजादी, जानिए क्यों
- 15 अगस्त को आजादी मिलने के बावजूद पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस एक दिन पहले मनाता है।
- पाकिस्तान अपना 70वां स्वंतत्रता दिवस मना रहा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान दोनों देश अंग्रेजों की गुलामी से एक ही दिन 15 अगस्त को आजाद हुए थे। इसके बावजूद पाकिस्तान अपना जश्न-ए-आजादी 14 अगस्त को मनाता है। इसके अगले दिन यानी 15 अगस्त को भारतीय अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। असल मायने में 15 अगस्त 1947 को ही भारत और पाकिस्तान को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी। 1948 में पाकिस्तान ने जो पहला डाक टिकट जारी किया था, उसमें आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 ही दर्ज है। इसके बावजूद पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को मनाता है। ऐसा क्यों हुआ, इसकी पड़ताल करने पर कई प्रमुख कारण सामने आए, जो इस प्रकार हैं...
15 अगस्त को मिली आजादी की जश्ने तारीख को 1948 में 14 अगस्त कर दिया गया था। ऐसा क्यों हुआ इसकी पड़ताल करने पर अलग-अलग बातें सामने आती हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उस साल 14 अगस्त को रमजान का 27वां दिन यानी शब-ए-कद्र पड़ रहा था। मान्यता है कि इसी रात धार्मिक ग्रंथ कुरआन मुकम्मल हुआ था। इसके बाद पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को ही मनाया जाने लगा।
आजादी के समय मुहम्मद अली जिन्ना ने खुद देश के नाम एक संदेश जारी किया था। जिन्ना ने कहा, 'ढेर सारी खुशियों के साथ मैं आपको बधाइयां देता हूं। 15 अगस्त स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र पाकिस्तान का जन्मदिन है।' बता दें कि वर्तमान में रेडियो पाकिस्तान 15 अगस्त की बधाई वाला जिन्ना का ये संदेश 14 अगस्त को प्रसारित करता है।
पाकिस्तान द्वारा 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने का कारण यह भी है कि इसी दिन अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने 14 अगस्त को ही पाकिस्तान को सत्ता हस्तांतरित कर दी थी। माउंटबेटन ने यह इसलिए किया, क्योंकि वे एक ही वक्त पर नई दिल्ली और कराची में मौजूद नहीं हो सकते थे। अगर वे सबसे पहले भारत को 15 अगस्त के दिन सत्ता हस्तांतरण करते और फिर कराची जाते तो भी गलत होता, क्योंकि ऐसा करते ही वे भारत के गवर्नर जनरल बन जाते। यही कारण था कि माउंटबेटन ने 14 अगस्त को ही पाकिस्तान को सत्ता हस्तांतरित कर दी थी। कहा जाता है कि सत्ता हस्तांतरित करने के बाद ही कराची में पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया गया था, इसलिए बाद में पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की तारीख 14 अगस्त ही कर दी गई।
15 अगस्त को आजादी मिलने के बावजूद पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस एक दिन पहले मनाता है। इसके पीछे एक का बड़ा कारण है। दरअसल हुआ यूं कि 14 अगस्त के दिन भारत से अलग पाकिस्तान के रूप में एक अलग राष्ट्र की स्वीकृति मिल गई थी। यही कारण है कि सन् 1947 में जिस समय भारत में आजादी का ऐलान हुआ था, उसी रात पाकिस्तान में आजादी का नया जश्न शुरु हुआ था।
Created On :   13 Aug 2018 11:35 PM IST