Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर की इन 3 जगहों पर आतंकियों ने की थी रेकी, जानें पहलगाम को ही क्यों बनाया निशाना

  • देश में पहलगाम आतंकी को लेकर बवाल
  • जम्मू कश्मीर की 3 जगहों पर थी आतंकियों की नजर
  • जानें पहलगाम को ही आतंकियों ने क्यों बनाया निशाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए देश इंतजार कर रहा है। इस हमले के बाद से देश में आंतकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। इस बीच हमले को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस के सूत्रों से बड़ी जानकारी सामने आई है। जिसके मुताबिक, इस हमले को आतंकियों ने एक प्री प्लान्ड रणनीति के तहत तैयार किया था। इसमें आतंकियों ने 3 जगहों को हमले के लिए चुना था। इसके अलावा हमले को 4 आतंकियों ने लोकल सहयोगियों की मदद से अंजाम दिया था। इन 4 आतंकियों में से दो पाकिस्तान के बताए जा रहे हैं। जिनका नाम मूसा और अली है। तो आइए जानते हैं कि बैसरन घाटी से पहले आतंकियों ने किन-किन जगहों को हमले के लिए चुना था।

इन जगहों पर थी आतंकी की नजर

सबसे पहले आतंकी हमले से ठीक एक हफ्ते पहले यानी 15 अप्रैल को लोकल कॉन्टैक्ट के जरिए पहलगाम पहुंचे थे। इसके बाद यहां से उन्होंने जम्मू कश्मीर के कई भीड़भाड़ वाले और रणनीतिक रूप से संवेदनशील इलाकों की रेकी की थी। दरअसल, आतंकी अपने हमले से दहश्त फैलाना और भारत को अतंरराष्ट्रीय स्तर पर एक कमजोर बताना चाहते थे।

आतंकियों ने बैसरन घाटी पर हमले करने से पहले जम्मू कश्मीर के कई इलाकों की रेकी की थी। सबसे पहले आतंकियों ने हमले के लिए आरु घाटी को चुना था। लेकिन, यहां पर सुरक्षा बलों के कैंप को देखते हुए उन्होंने इस जगह को छोड़ दिया। आतंकियों ने दूसरे विकल्प के तौर पर आरु घाटी के नजदीक एम्यूजमेंट पार्क को चुना। लेकिन यहां पर पर्यटकों की संख्या कम होने की वजह से आतंकियों को इस जगह से पीछे हटना पड़ा था। इसके बाद आतंकियों ने अगली जगह अमरनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित बेताब घाटी को चुना था। यहां पर हमले के उद्देश्य से लोगों की अच्छी खासी भीड़ थी। लेकिन, सुरक्षाबलों की तैनाती को देखते हुए आतंकियों ने इस जगह को छोड़ दिया था।

पहलगाम को क्यों चुना?

आखिरकार में आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी को हमले के चुना। जो कि एक टूरिस्ट हॉटस्पॉट है। यह जगह अमरनाथ यात्रा के ट्रैक से थोड़ा अलग है। हमले से तीन दिन पहले यानी 19 अप्रैल को आतंकियों ने बैसरन घाटी की रेकी की थी। इसके बाद 22 अप्रैल को दोपहर 2 बजे OGW को घाटी पहुंचने के लिए कहा गया। आतंकियों ने करीब 2:28 पर पर्यटकों पर गोलियां बरसानी शुरू की। जिसके चलते इस हमले में 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया।

Created On :   1 May 2025 8:16 PM IST

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