दर्दनाक हादसा: प्लेन क्रैश से पहले पायलट ने करीबी एटीसी को दी थी MAYDAY कॉल, इसके बाद नहीं आया कोई सिग्नल

- मेडे शब्द फ्रेंच के "m’aider" से आया
- m’aider का मतलब होता है मेरी हेल्प करो
- मेडे कॉल एक आपातकालीन सिग्नल होता है
डिजिटल डेस्क,अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में आज गुरुवार 12 जून को एयर इंडिया का बड़ा विमान हादसा हो गया। विमान टेकऑफ करते ही क्रैश हो गया था। प्लेन आग का गुबार बन गया। हादसे के वक्त विमान में करीब 242 लोग सवार थे। प्लेन क्रैश में सबसे अहम जानकारी सामने आ रही है कि विमान के पायलट की ओर से क्रैश से ठीक पहले करीबी एटीसी को संदेश भेजा गया था, जो कि खतरे के अंदेशे को बताता है। बस इसी के कुछ पल के बाद प्लेन क्रैश हो गया। अहमदाबाद एअरपोर्ट के रनवे 23 से विमान ने दोपहर 1.39 पर उड़ान भरी थी। उड़ान भरते ही इसने करीबी एटीसी को MAYDAY कॉल दी थी, लेकिन इसके बाद विमान की ओर से एटीसी को कोई सिग्नल नहीं दिया गया. उड़ान के कुछ सेकंड बाद ही विमान हवाई अड्डे के परिसर के बाहर गिर गया।
मेडे शब्द फ्रेंच के "m’aider" से आया हुआ है, जिसका मतलब होता है मेरी हेल्प करो. ध्यान देने वाली बात ये है कि यदि हालात बहुत ज्यादा गंभीर न हो लेकिन चिंता की हो, तब पायलट पैन-पैन (Pan-Pan) कॉल करता है, जो 'मेडे' से कम गंभीर मानी जाती है।
डीजीसीए के मुताबिक, 12 जून 2025 को एयर इंडिया का विमान B787 जो कि अहमदाबाद से गैटविक (AI-171) जा रहा था, टेकऑफ के तुरंत बाद ही क्रैश हो गया। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू सवार थे। प्लेन को कैप्टन सुमित साभरवाल चला रहे थे, जबकि उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। सुमित साभरवाल को 8200 घंटे फ्लाइट उड़ाने का अनुभव था, जबकि क्लाइव का अनुभव 1100 फ्लाइट आवर का था।
MAYDAY कॉल?
किसी भी विमान में 'मेडे कॉल' (Mayday Call) एक आपातकालीन सिग्नल होता है। जो पायलट उस समय देता है जब विमान किसी बड़े गंभीर संकट में हो और यात्रियों या क्रू की जान को खतरा हो, mayday कॉल के ज़रिए कोई भी पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोल और नज़दीकी विमानों को अलर्ट करता है कि विमान को तुरंत मदद की ज़रूरत है।
इसे प्लेन के रेडियो पर तीन बार बोला जाता है—Mayday, Mayday, Mayday ताकि साफ हो जाए कि यह मज़ाक नहीं बल्कि असली संकट है। Mayday Call विमान का इंजन फेल होना, विमान में आग लगना, हवा में टकराव का खतरा, या हाईजैक जैसी स्थिति में किया जाता है।
विमान की ओर से जैसे ही Mayday Call आता है कंट्रोल रूम उस प्लेन को पहली प्राथमिकता देता है और सभी सोर्स को उसकी सहायता में लगा देता है, जैसे इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत, रनवे खाली कराना, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड तैयार रखना।
Created On : 12 Jun 2025 4:26 PM IST