ईद 2024: पीएम मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फित्र की दी बधाई, खुश और स्वस्थ रहने की कामना की

पीएम मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फित्र की दी बधाई, खुश और स्वस्थ रहने की कामना की
  • पीएम मोदी ने ईद की दी बधाई
  • पीएम ने खुश और स्वस्थ रहने की कामना की
  • 11 अप्रैल को मनाया जाएगा देश में ईद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को ईद की मुबारकबाद दी। साथ ही, पीएम मोदी ने सभी के खुश रहने की भी कामना की। सोशल मीडिया एक जरिए उन्होंने पोस्ट कर लिखा, "ईद-उल-फित्र की हार्दिक शुभकामनाएं। यह अवसर करुणा, एकजुटता और शांति की भावना को और फैलाए। सभी लोग खुश और स्वस्थ रहें। ईद मुबारक!"

बता दें कि, बुधवार (10 अप्रैल) को देश के केरल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में ईद मनाया गया। वहीं, देश के दूसरे हिस्सों में ईद-उल-फित्र का त्यौहार गुरुवार (11 अप्रैल) को मनाया जाएगा। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने बताया कि मंगलवार को ईद का चांद नजर नहीं आया। जिसके चलते ईद-उल-फित्र का त्यौहार गुरुवार को मनाया जाएगा। ऐसे में बुधवार को देश के ज्यादातर हिस्सों में बुधवार को 30वां और आखिरी रोजा रखा गया।

इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को और वहां के लोगों को ईद-उल-फित्र की शुभकामनाएं दीं। साथ ही, पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों का भी जिक्र किया।

11 अप्रैल को मनाया जाएगा ईद

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि देश के किसी हिस्से से शव्वाल यानी ईद-उल-फित्र का चांद दिखने की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा, "देश के अलग-अलग हिस्सों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और बिहार में संपर्क किया गया। लेकिन कही से भी चांद नहीं दिखा है।"

गौरतलब है कि इस वक्त इस्माली केलेंडर का नौवां महीना चल रहा है। इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा (व्रत) रखते हैं। जिसमें रमजान महीने के दौरान के हर दिन सुबह सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने के बाद लोग खाते-पीते हैं। यह महीना ईद का चांद दिखने के बाद खत्म होता है।

क्यों रखते हैं रोजा?

इस्लामी कैलेंडर के 9वें महीने को रमजान का महीना कहा जाता है। रमजान के महीने में मुसलमान पूरे महीने भर रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं।

इस्लाम के पांच मूलभूत नियमों में से रोजा रखने का नियम भी होता है। मुसलमानों को इन पांचों नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। इस्लाम के ये पांच नियम हैं - नमाज, दान, आस्था, हज और रोजा।

ईद और बकरीद में क्या अंतर है?

पूरी दुनिया में मुसलमान मुख्य तौर से दो त्योहार मनाते हैं। इसमें सबसे पहला त्योहार ईद-उल-फित्र और दूसरा ईद-उल-अजहा है। दोनों ही त्योहारों में फर्क सिर्फ इतना है कि ईद-उल-फित्र या मीठी ईद रमजान के बाद आने वाला त्योहार है। वहीं, ईद-उल-अजहा कुर्बानी से संबंधित त्योहार है। इस त्योहार को बकरीद भी कहा जाता है।

Created On :   10 April 2024 4:13 PM GMT

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