जयंती विशेष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, कहा उनके विचारों से लाखों लोगों को मिलती है ताकत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, कहा उनके विचारों से लाखों लोगों को मिलती है ताकत
  • 19वीं सदी के महान समाज सुधारक महात्मा फुले
  • स्त्री शिक्षा के अग्रदूत
  • उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले ने महिला शिक्षा को दिया बढ़ावा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बृहस्पतिवार को प्रख्यात समाज सुधारक ज्योतिराव फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। महात्मा फुले की जयंती पर पीएम मोदी ने उन्हें नमन किया। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि उन्होंने अपना जीवन अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ने व समानता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया तथा उनके विचारों से लाखों लोगों को ताकत मिलती है।

आपक बता दें महाराष्ट्र में 1827 में जन्में महात्मा फुले ने अपना पूरा जीवन शिक्षा का प्रचार और महिलाओं के कल्याण में लगाया।उनके विचार लाखों लोगों को आशा और शक्ति देते हैं। फुले ने सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी और सबसे वंचित समुदायों के बीच शिक्षा का प्रचार करने का प्रयास किया। उन्हें और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले को महिलाओं के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए जाना जाता है।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, आज हम महान समाज सुधारक महात्मा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। एक दूरदर्शी समाज सुधारक, जिन्होंने अन्याय से लड़ने और समानता को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके विचार लाखों लोगों को ताकत देते हैं। शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनके अथक प्रयासों ने समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है। आज गरीबों और हाशिए पर मौजूद लोगों को सशक्त बनाने के उनके दृष्टिकोण को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है। 19वीं सदी के महान समाज सुधारक फुले को महिलाओं की शिक्षा, समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के उद्धार के लिए आंदोलन के प्रेणता माना जाता है।उन्होंने अपना जीवन सामाजिक न्याय और समानता के लिए समर्पित कर दिया। उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले भी एक अग्रणी समाज सुधारक थीं, उन्होंने अपना पूरा जीवन महिलाओं को शिक्षित करने और महिला शिक्षा को बढ़ावा देने में सुपुर्द किया। महिलाओं को शिक्षित करने में उनकी भूमिका आज भी प्रेरणास्त्रोत बनी हुई है।

Created On :   11 April 2024 8:03 AM GMT

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