ऑपरेशन सिंदूर: राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत का किया दौरा, कहा हमारी नेवी समंदर की तरह शांत भी और समंदर की ही तरह सुनामी लाने वाली भी

राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत का किया दौरा,  कहा हमारी नेवी समंदर की तरह शांत भी और समंदर की ही तरह सुनामी लाने वाली भी
  • ऑपरेशन सिंदूर में चमका INS विक्रांत
  • INS विक्रांत- भारत का गर्व, दुश्मनों का डर
  • रक्षा मंत्री के दौरे का संदेश भारतीय नौसेना के मनोबल को बढ़ाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत का दौरा किया। सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर’ की शानदार सफलता के बाद ये दौरा किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने नौसेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी साथ ही उन्होंने उनके हौसले को सलाम किया।

रक्षा मंत्री ने कहा पाकिस्तान इस बात को गाँठ बाँध कर रखे, कि हमारी नेवी अगर एक ओर समंदर की तरह शांत है, तो दूसरी ओर वह समंदर की ही तरह सुनामी लाने की भी क्षमता रखती है। इंडियन नेवी आज सिर्फ हिंद महासागर की प्रहरी नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक ताकत बन चुकी है, जो Indo-ocean region में भारत की उपस्थिति को सशक्त बनाती है, और शत्रु को यह चेतावनी देती है, कि भारत अब केवल क्षेत्रीय शक्ति नहीं, बल्कि वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है। INS विक्रांत की मौजूदगी, उसकी मारक क्षमता और आप जैसे रणबांकुरों की अडिग निष्ठा, यह सब मिलकर भारत को एक ऐसे मुकाम पर ले जा रहे हैं, जहाँ से कोई भी चुनौती हमारे सामने छोटी नज़र आ रही है। आपका जीवन अनुशासन, समर्पण और बलिदान की मिसाल है। जब देश चैन की नींद सोता है, तब आप समुद्र के सीने पर तैनात रहते हैं — न दिन देखते हैं, न रात, न मौसम देखते हैं, न परिस्थिति देखते हैं। भारत को आप सबके ऊपर गर्व है। मुझे पूरा भरोसा है कि चाहे हालात कैसे भी हों, आप हर समय, हर चुनौती के लिए तैयार रहेंगे। ठीक उसी तरह, मैं आपको आश्वस्त करता हूँ, कि माननीय प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन में हमारी सरकार भी, आप सभी को मजबूत बनाने और आपके welfare के लिए, हमेशा तैयार थी, तैयार है और तैयार रहेगी। मेरी शुभकामनाएँ आप सभी के साथ हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय नौसेना ने अपनी silent service से हर भारतवासी को प्रभावित किया है। खामोश रह कर भी भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को बाँध कर रखने में कामयाबी पायी। रक्षा मंत्री ने आगे कहा जरा सोचिए कि जो खामोश रह कर भी किसी देश की फौज को ‘बोतल में बंद’ रख सकता है, वह जब बोलेगा, तो क्या नज़ारा होगा? इस बार तो पाकिस्तान को भारतीय नौसेना की fire power का सामना नहीं करना पड़ा, मगर दुनिया जानती है कि अगर पाकिस्तान ने इस बार कोई नापाक हरकत की, तो हो सकता है कि इस बार ओपनिंग हमारी नेवी के हाथों से हो। पाकिस्तान को यह साफ़ समझ लेने की ज़रूरत है, आतंकवाद के जिस ख़तरनाक खेल को वह आज़ादी के समय से खेलता आ रहा है, उसकी मियाद अब ख़त्म हो चुकी है। अब जब भी पाकिस्तान भारत के ख़िलाफ़ किसी आतंकवादी हरकत को शह देगा, तो न केवल उसका ख़ामियाज़ा उसे भुगतना पड़ेगा बल्कि हर बार की तरह उसे मात का भी सामना करना पड़ेगा

ऑपरेशन सिन्दूर’ सिर्फ़ एक military action नहीं है बल्कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत का Frontal Assault है। हम आतंकवाद के ख़िलाफ़ हर उस तरीक़े का इस्तेमाल करेंगे, जो पाकिस्तान सोच सकता है, मगर हम उन तरीकों का भी इस्तेमाल करने में भी संकोच नहीं करेंगे, जो पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता है। पाकिस्तान की धरती से भारत विरोधी गतिविधियां खुले आम चलाई जा रही हैं। भारत आतंकवादियों के ख़िलाफ़, सरहद और समंदर के इस पार और उस पार, दोनों तरफ़, हर तरह का ऑपरेशन चलाने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। आतंकवाद के ख़िलाफ़ अपने नागरिकों की सुरक्षा करने के अधिकार को आज पूरी दुनिया acknowledge कर रही है। इस काम को करने से आज भारत को दुनिया की कोई ताक़त रोक नहीं सकती।

पाकिस्तान के हक में यही बात होगी कि वह अपनी ज़मीन पर चल रही आतंकवाद की नर्सरी को अपने हाथों से उखाड़ फेंके। इसकी शुरुआत उसे हाफ़िज़ सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के हाथों में सौंपने से करनी चाहिए। यह दोनों न केवल भारत में ‘मोस्ट वांटेड टेररिस्ट’ की सूची में हैं बल्कि ये UN की Designated Terrorist की लिस्ट में भी हैं। हाफ़िज़ सईद ‘मुंबई हमलों’ का गुनहगार है। समुंदर के रास्ते मुंबई में मौत बरसाने का जो गुनाह उसके संगठन ने किया है, उसका इंसाफ़ होना चाहिए। यह काम पाकिस्तान में नहीं हो सकता है। मुंबई हमलों के एक आरोपी तहव्वुर राणा को पिछले दिनों भारत लाया गया है। पाकिस्तान की ओर से बार-बार बातचीत की पेशकश की जा रही है। कल ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने फिर यह बात दोहराई है, मगर भारत ने साफ़ कह रखा है कि बात होगी, तो आतंकवाद पर होगी, PoK पर होगी। अगर पाकिस्तान बातचीत को लेकर गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के सुपुर्द करना चाहिए ताकि इंसाफ़ किया जा सके।

Created On :   30 May 2025 1:16 PM IST

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