रामलला प्राणप्रतिष्ठा समारोह: गर्भगृह में विराजे रामलला, सामने आई पहली झलक, शुक्रवार को होंगे ये अनुष्ठान

गर्भगृह में विराजे रामलला, सामने आई पहली झलक, शुक्रवार को होंगे ये अनुष्ठान
  • सामने आई गर्भगृह में विराजे रामलला की पहली तस्वीर
  • गुरुवार को दोपहर 12:30 पर मंदिर में हुआ प्रवेश
  • 22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा

डिजिटल डेस्क, अयोध्या। अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति स्थापित कर दी गई है। इस दिव्य मूर्ति की पहली झलक सामने आई है। फिलहाल मूर्ति ढंकी हुई है। 22 जनवरी को रघुनंदन की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने एक्स अकाउंट पर बताया, '18 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर रामलला का मंदिर में प्रवेश हुआ। इसके बाद दोपहर 1:20 बजे यजमान द्वारा प्रधानसंकल्प होने पर वेदमन्त्रों की ध्वनि से वातावरण मंगलमय हुआ। मूर्ति के जलाधिवास तक के कार्य गुरुवार को संपन्न हुए।' बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अनुष्ठान चल रहे हैं। यह अनुष्ठान 16 जनवरी से प्रारंभ हुए थे, जो कि समारोह से एक दिन पहले 21 जनवरी तक चलेंगे। इसके बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य आयोजन होगा। इस ऐतिहासिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा देश की नामचीन हस्तियां शामिल होंगी।

शुक्रवार को होंगे ये अनुष्ठान

इसके साथ ही ट्रस्ट ने शुक्रवार होने वाले अनुष्ठानों के बारे में भी जानकारी दी। ट्रस्ट के मुताबिक 19 जनवरी शुक्रवार को सुबह 9 बजे अरणिमन्थन से अग्नि प्रकट होगी। उसके बाद गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुण्डपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा।

अरणिमन्थन द्वारा प्रगट हुई अग्नि की कुण्ड में स्थापना, ग्रहस्थापन, असंख्यात रुद्रपीठस्थापन, प्रधानदेवतास्थापन, राजाराम - भद्र - श्रीरामयन्त्र - बीठदेवता - अङ्गदेवता - आवरणदेवता - महापूजा, वारुणमण्डल, योगिनीमण्डलस्थापन, क्षेत्रपालमण्डलस्थापन, ग्रहहोम, स्थाप्यदेवहोम, प्रासाद वास्तुश्शान्ति, धान्याधिवास सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी।

राम यंत्र की हुई स्थापना

अनुष्ठान के तीसरे दिन गुरुवार को रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में स्थापित करने से पहले गर्भगृह में राम यंत्र की स्थापना की गई। इसकी स्थापना के समय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत मंदिर के मुख्य पुजारी भी उपस्थित रहे। इस दौरान वैदिक मंत्रों के साथ स्थापना विधी को संपन्न कराया गया। आइए जानते हैं क्या होता है राम यंत्र और क्यों इसकी स्थापना मूर्ति से पहले की गई।

क्या है राम यंत्र?

हिंदू धर्म के मुताबिक प्रत्येक देवता का यंत्र होता है, जिनकी उपसना पद्धति भी अलग-अलग होती है। ऐसे ही राम भगवान का भी यंत्र होता है जिसकी उपसना पद्धति भी अलग तरह की होती है। माना जाता है कि इस यंत्र की मौजूदगी जहां भी होती है, वहां का स्थान शुद्ध और पवित्र हो जाता है। यही वजह है कि लोग इसे अपने घर में भी स्थापित करते हैं, जिससे घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली का वातावरण बना रहे।

Created On :   18 Jan 2024 8:07 PM GMT

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