होली 2024: फेस्टिव सीजन में कारोबारियों की बल्ले-बल्ले, बाजारों में 'वोकल फॉर लोकल' का दिखा असर, चीनी सामानों का हुआ बहिष्कार

फेस्टिव सीजन में कारोबारियों की बल्ले-बल्ले, बाजारों में वोकल फॉर लोकल का दिखा असर, चीनी सामानों का हुआ बहिष्कार
  • साल 2024 की होली कारोबारियों के लिए रही खास
  • घरेलू बाजार में हुआ मुनाफा
  • लोगों ने चीनी प्रोड्कस का किया बॉयकॉट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में आज रंगो का उत्सव यानी होली को बड़े धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है। बच्चों से लेकर बड़ो तक हर कोई इसके रंग में रमा हुआ है। इस मौके पर देशभर में लोगों ने बाजारों में जाकर जमकर खरीदारी की हैं। जिससे कारोबारियों की बल्ले-बल्ले हो गई है। दरअसल, हाल ही में कारोबारियों के संगठन की ओर से ताजा सर्वे किया है। जिसके अनुसार, इस बार के होली (2024) सीजन में लोगों ने 50 हजार करोड़ से अधिक रुपये की खरीदारी की है। इस आकड़े में बढ़ोतरी होने की और भी अधिक संभावना है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकर फॉर वोकल विजन का प्रभाव बाजारों में साफ दिखाई दे रहा है। वहीं, इस साल घरेलु बाजारों में लोगों ने चाइना मेड प्रोडक्ट्स को खरीदने से बचाव किया है।

घरेलु बाजार में 5000 हजार करोड़ का हुआ व्यापार

होली की खरीदारी को लेकर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया (सीएआईटी) ने भी सर्वे किया है। जिसमें सामने आया है कि बाजारों में होली के चलते व्यापार में काफी मुनाफा हुआ है। आत्मनिर्भर भारत मिशन को बढ़ाने के लिए कारोबारियों के अलावा देशवासियों का भी योगदान रहा है। कैट के आकंड़ो की मानें तो इस साल चाइनिज प्रोड्टक्स की खरीदारी में भारी गिरवाट दर्ज की गई है। भारत की राजधानी दिल्ली में 5000 करोड़ रुपये से अधिक का बिजनेस हुआ है।

चीनी प्रोडक्ट्स का बॉयकॉट

देश में चाइनिज प्रोडक्स की बिक्री में हुई गिरावट पर कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवा ने सूचना दी है। उन्होंने कहा कि आज से करीब 4 साल पहले यानी 2020 में गलवाना वैली में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस बात से नाराज लोगों ने चाइना मेड चीजों का बॉयकट करना शुरु कर दिया था। वहीं, इससे पहले बाजारों में चीन से बने सामनों की डिमांड बनी रहती थी। भारत में चीन से ग्राहक सस्ते दामों के सामना को इंपोर्ट करवाते थे। हालांकि, अब यह सोच में पूरी तरह से बदलाव आ चुका है। जिसका प्रभाव घरेलु बाजार पर स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। बाजारों में चीनी सामनों का बॉयकॉट हो रहा है। इसके अलावा भारत में कैट भी 'बॉयकट चाइन प्रोड्टक्स' को बढ़ावा दे रहा है।

Created On :   25 March 2024 4:13 AM GMT

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