मुंबई : 100 साल पुरानी बिल्डिंग गिरने से 13 की मौत, 9 घायल, विपक्ष ने साधा निशाना

मुंबई : 100 साल पुरानी बिल्डिंग गिरने से 13 की मौत, 9 घायल, विपक्ष ने साधा निशाना
हाईलाइट
  • मलबे में 40 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका
  • रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
  • मुंबई के डोंगरी इलाके में मंगलवार को चार मंजिला पुरानी बिल्डिंग गिरी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हिमाचल प्रदेश के बाद अब मुंबई के डोंगरी इलाके में मंगलवार को चार मंजिला इमारत गिर गई। दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में 100 साल पुरानी इमारत का हिस्सा गिरने से मरने वालों की मौत बढ़कर 13 हो गई है, जबकि 9 जख्मी बताए जा रहे हैं। हादसा मंगलवार दोपहर पौने बारह बजे के करीब हुआ। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। खबर लिखे जाने तक प्रशासन राहत और बचाव के काम में जुटा हुआ था। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। 

 

 

दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। एनडीआरएफ के मुताबिक, संकरी गली होने के कारण बचाव कार्य में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

इमारत के पुनर्विकास के लिए नियुक्त किए गए विकासक द्वारा समय पर काम नहीं करने के बारे में जांच कराई जाएगी। मंत्रालय में मुख्यमंत्री ने कहा कि इमारत 100 साल पुरानी थी। इमारत के रहिवासियों ने म्हाडा के नियमों के अनुसार इमारत के पुनर्विकास के लिए एक विकासक को नियुक्त किया था। म्हाडा की ओर से विकासक को मंजूरी दो दी गई थी। लेकिन विकासक ने समय पर पुनर्विकास का काम क्यों नहीं शुरु किया, इसकी जांच की जाएगी। इमारत के संबंध में पूरी जानकारी मिलने के बाद मैं घटना की जांच की घोषणा करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इमारत में लगभग 15 परिवार रहते थे। फिलहाल मलबे में फंसे लोगों को निकालने के काम को प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के गृहनिर्माण मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील को घटना स्थल पर जाने का निर्देश दिया गया है। वहीं प्रदेश के मेडिकल शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि जख्मियों के इलाज बेहतर तरीके से हो। 

केसरबाई नाम की यह इमारत तांडेल स्ट्रीट पर अब्दुल हमीद दरगाह के पास स्थित है। इमारत में रहने वाले 10 परिवारों के दर्जनों लोग हादसे के बाद मलबे में दब गए। घटना की सूचना मिलते ही दमकल, एनडीआरएफ, पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। मलबे से आठ लोगों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया हैं। जिन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है उनमें एक 15-16 साल की लड़की भी है। लड़की लोहे की बीम, दरवाजे, गैस सिलेंडर के नीचे दबी हुई थी। उसका हाथ बाहर दिख रहा था। लड़की को बचाने के लिए हाइड्रोलिक कटर के जरिए मलबे को काट कर हटाया गया।

Created On :   16 July 2019 7:36 AM GMT

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