नए संसद भवन के प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन पर एमवीए के तीनों घटक साथ
- नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन
- पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
- विपक्षी दलों ने किया विरोध
अधिकांश विपक्षी दलों ने इस आधार पर रविवार को नई दिल्ली में होने वाले उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है कि सरकार ने इस आयोजन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं करके लोकतांत्रिक परंपराओं का उल्लंघन किया है।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, भारतीय जनता पार्टी नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करके देश के शीर्ष संवैधानिक पद को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। यह देश की लोकतांत्रिक परंपराओं का अपमान है। भाजपा स्पष्ट रूप से 2024 के चुनावों से पहले मोदी की छवि को बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
तदनुसार, एनसीपी के सभी सांसदों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है और संसद भवन के उद्घाटन समारोह से दूर रहने का फैसला किया है। शिवसेना (उद्धव गुट) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने दोहराया कि रविवार के कार्यक्रम में उनकी पार्टी भी शामिल नहीं होगी।
राउत ने घोषणा की, सभी विपक्षी दलों ने 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला किया है और हम भी इसका पालन करेंगे। तापसे ने कहा कि राष्ट्रपति नागरिकों के मौलिक अधिकारों के संरक्षक होते हैं और भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं। इसलिए अधिकांश विपक्षियों को लगता है कि राष्ट्रपति को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए।
आईएएनएस
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   24 May 2023 6:56 PM IST