बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जीरादेई में पिछले दो दशकों में किसी भी उम्मीदवार को लगातार दो बार नहीं चुना

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में जीरादेई विधानसभा सीट सीवान जिले में आती है। 1957 में स्थापित जीरादेई विधानसभा क्षेत्र में 17 बार विधायक का चुनाव हुआ है। कांग्रेस ने सबसे अधिक- पांच बार जीत दर्ज की है। कांग्रेस की आखिरी जीत 1985 में हुई थी। निर्दलीय, जनता दल, जेडीयू और आरजेडी ने दो-दो बार जीत दर्ज की है, जबकि स्वतंत्र पार्टी, जनता पार्टी, बीजेपी और सीपीआई(एमएल) ने एक-एक बार जीत हासिल की है। 2015 में जेडीयू और 2020 में सीपीआई(एमएल) की जीत हुई। कोई भी पार्टी जीरादेई को अपना गढ़ नहीं बना पाई, क्योंकि इस क्षेत्र ने पिछले दो दशकों में किसी भी उम्मीदवार को लगातार दो बार नहीं चुना है। जीरादेई विधानसभा क्षेत्र मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र है, यहां 6.4% शहरी मतदाता हैं। 11 फीसदी एससी, 4.14% अनुसूचित जनजाति और 12.4% मुस्लिम वोटर्स है।
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जन्मस्थली है। 3 दिसंबर 1884 को जन्मे डॉ प्रसाद अब तक के एकमात्र राष्ट्रपति रहे हैं जिन्होंने दो कार्यकालों तक सेवा दी. कुल 12 वर्षों तक इस पद पर बने रहे। वे 1946 में हुए चुनावों में संविधान सभा के निर्वाचित अध्यक्ष भी थे।
अपराधी से नेता बने मोहम्मद शहाबुद्दीन जीरादेई विधानसभा सीट से दो बार 1990 और 1995 में चुनाव जीते। बाद में 1996 से 2009 तक लगातार चार बार सीवान से लोकसभा सांसद रहे। 2005 में उनकी गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक करियर खत्म हो गया। 2021 में सजा के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई।
कृषि यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार है, इलाके को मौसमी मार झेलनी पड़ती है, सड़क,सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के चलते हजारों की तादात में युवा पलायन करते है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   4 Nov 2025 3:39 PM IST












