संसद से सड़क तक बयानबाजी: भारतीय अर्थव्यवस्था पर ट्रंप के बयान को लेकर कांग्रेस -बीजेपी सांसदों में वार -पलटवार

भारतीय अर्थव्यवस्था पर ट्रंप के बयान को लेकर कांग्रेस -बीजेपी सांसदों में वार -पलटवार
  • ट्रंप ने बिल्कुल सही कहा, भारत की अर्थव्यवस्था मृत है- राहुल गांधी
  • राहुल गांधी का काम ही भारत का विरोध करना है- अनुराग ठाकुर
  • मोदीनॉमिक्स और मोदी कूटनीति विफल- सुरजेवाला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज लोकसभा में कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा राहुल गांधी का काम ही भारत का विरोध करना है और दुनियाभर से कोई भी भारतविरोधी बयान देता है तो राहुल गांधी वही बोलने लगते हैं। राहुल गांधी जी दुनिया के बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था आज भारत है। भारत ने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला, आज 21 शहरों में मेट्रो हो गई, मेडिकल कॉलेज दोगुने हो गए, हर तरफ भारत का बोल बाला है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता पीएम मोदी हैं। शायद यही बात राहुल गांधी को नहीं पचती। भारत विरोध बंद करो भारत के विकास की चर्चा करो।

कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 25% टैरिफ लगाने की घोषणा पर कहा, भारत पर 25% टैरिफ लगाना, साथ ही जुर्माना, हमारी अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी होगा। मोदीनॉमिक्स और मोदी कूटनीति विफल हो गई है। हमारे वस्त्र, कपड़ा, इलेक्ट्रिकल, पेट्रोकेमिकल्स, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटो कंपोनेंट और अन्य उद्योग प्रभावित होंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्ध विराम और टैरिफ पर दिए गए बयान पर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा ट्रंप ने बिल्कुल सही कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था मृत है। यह बात सभी जानते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था मृत है केवल प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री को छोड़कर, भाजपा ने देश की अर्थव्यवस्था को खत्म कर दिया है। ट्रंप ने 30-32 बार बोला है कि मैंने युद्धविराम किया है। प्रधानमंत्री मोदी जवाब क्यों नहीं दे पा रहे हैं?

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था वाले बयान पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "यह हमारे लिए बहुत गंभीर मामला है। 25 डॉलर, साथ ही रूस से तेल और गैस खरीदने पर एक अनिर्दिष्ट जुर्माना, यह इसे 35-45 डॉलर तक ले जा सकता है। 100% जुर्माने की भी बात हो रही है, जिससे अमेरिका के साथ हमारा व्यापार बर्बाद हो जाएगा। व्यापार वार्ता अभी भी जारी है और संभावना है कि इसमें कमी आ सकती है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो इससे हमारे निर्यात को नुकसान होगा, क्योंकि अमेरिका हमारे लिए एक बहुत बड़ा बाजार है। दूसरी ओर, अगर उनकी मांगें पूरी तरह से अनुचित हैं, तो हमारे वार्ताकारों को विरोध करने का पूरा अधिकार है। अमेरिका को हमारी ज़रूरतों को भी समझना होगा। अमेरिका पर हमारे टैरिफ उतने अनुचित नहीं हैं। यह औसतन लगभग 17% है।

Created On :   31 July 2025 6:07 PM IST

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