Bihar Politics: बिहार नई सरकार में ओवैसी की पार्टी ने शामिल होने के दिए संकेत, सीमांचल इलाके को लेकर कह दी ये बात

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में नई सरकार के गठन के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा संकेत दिया है। उनकी पार्टी नीतीश कुमार सरकार का समर्थन देने को तैयार है, लेकिन इसके लिए एक शर्त रखी गई है और वह है सीमांचल इलाके में वहां के लोगों को उनके हक का न्याय मिले। यह बयान ओवैसी ने अमौर में आयोजित एक जनसभा को संबोंधित करते हुए दिया है। उनका कहना है कि सीमांचल दशकों से अपने अधिकारियों से वंचित रहा है। लेकिन अब इस स्थिति में बदलाव होना चाहिए।
क्या बोले ओवैसी?
AIMIM चीफ ने कहा, "हम नीतीश कुमार की सरकार का समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन सीमांचल को न्याय मिलना चाहिए। विकास सिर्फ पटना और राजगीर तक सीमित नहीं रहना चाहिए। सीमांचल आज भी नदी कटाव, भारी पलायन और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। सरकार को इन मुद्दों पर गंभीरता दिखानी होगी।"
सीमांचल बिहार के पूर्वोत्तर में बसा हुआ है। इस राज्य का सबसे पिछड़ा हुआ इलाका माना जाता है। जहां पर मुस्लिम समुदाय की आबादी अधिक है और हर साल कोसी नदी की वजह से इस इलाके में तबाही देखने को मिलती है। इलाके की करीब 80 फीसदी आबादी ग्रामीण है। और विकास कार्यों में भी इसकी भागीदारी बहुत कम देखने को मिलती है।
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पिछले चुनाव में ओवैसी को ऐसा हुआ नुकसान
हाल के विधानसभा चुनावों में सीमांचल की 24 सीटों में से 14 सीटों पर एनडीए की जीत हुई है। इसके बाद भी ओवैसी की पार्टी यहां पर अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है। और ओवैसी की पार्टी ने पांच सीटों पर जीत हासिल की है। पिछले चुनाव में भी पार्टी इसी आंकड़े पर थी, लेकिन चुने गए विधायकों में से 4 आरजेडी में शामिल हो गए थे।
इस बार ओवैसी ने स्पष्ट संकेत दिया है। वह अपने विधायकों की गतिविधियों पर खास ध्यान रखने वाले हैं। और उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आगे कहा, "हमारे पांचों विधायक हफ्ते में दो दिन अपने-अपने क्षेत्रीय कार्यालयों में बैठेंगे और मुझे अपनी लाइव लोकेशन के साथ फोटो भेजेंगे। इससे साफ पता चलेगा कि वे कहां हैं।"
Created On :   22 Nov 2025 7:29 PM IST












