लोकसभा चुनाव 2024: महाराष्ट्र की तर्ज पर बिहार में बीजेपी लागू करेगी सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, क्या नीतीश कुमार का होगा मोहभंग?

महाराष्ट्र की तर्ज पर बिहार में बीजेपी लागू करेगी सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, क्या नीतीश कुमार का होगा मोहभंग?
  • देश में जल्द होने वाले है लोकसभा चुनाव
  • महाराष्ट्र के बाद बीजेपी बिहार में लागू करेगी सीट शेयरिंग फॉर्मूला
  • नीतीश कुमार को लगेगा बड़ा झटका

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी ने 2 मार्च को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। पार्टी ने अपनी पहली सूची में 195 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। जिसमें 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल था। हालांकि, इस लिस्ट में बीजेपी ने बिहार और महाराष्ट्र के एक भी सीट पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे। इसके पीछे का मुख्य कारण बीजेपी की एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ सीटों पर तनातनी बताई जा रही है। बीजेपी ने महाराष्ट्र में अपने दोनों सहयोगी दलों के सामने केवल 13 सीटें देने का प्रस्ताव रखा है। दरअसल, बीजेपी ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 35 सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है। इसे लेकर बीजेपी का कहना है कि हमने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट के पास कम विधायक थे। लेकिन, इसके बावजूद बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को सीएम पद सौंपा हैं। इस वजह से शिंदे गुट को महाराष्ट्र की लोकसभा सीटों का त्याग करना होगा।

बिहार में बीजेपी का सीट शेयरिंग फॉर्मूला

बीजेपी ने इसी सीट शेयरिंग फॉर्मूले की तर्ज पर बिहार में भी अपनी रणनीति तैयार की है। बिहार में बीजेपी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुट गई हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी को भी राज्य की कई सीटों का त्याग करना पड़ सकता है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 22 पर पार्टी चुनाव मैदान में उतार सकती है।

वहीं, बीजेपी की तरफ से नीतीश कुमार की पार्टी को केवल 12 से 14 सीटें देने का ऑफर दिया जा रहा है। इसी के साथ बीजेपी लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों को जोड़कर 4 सीटें देने का प्रस्ताव पेश कर सकती है। बाकी बची हुई सीटों में से जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के पाले में एक-एक सीटें आ सकती हैं। फिलहाल, बीजेपी के इस ऑफर को लेकर जेडीयू ने आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की है। इस वजह से बिहार में अभी तक सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा हुआ है।

2019 में जेडीयू ने एनडीए के साथ किया था गठबंधन

नीतीश कुमार बीते बुधवार को चार दिनों के लिए ब्रिटेन दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। अटकले हैं कि अब उनके बिहार आने के बाद ही वह बीजेपी नेतृत्व से सीट शेयरिंग पर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू ने गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। उस दौरान दोनों पार्टियों ने 17-17 सीटों के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ा था। एनडीए गठबंधन ने बिहार की कुल 40 सीटों में से 39 पर जीत हासिल की थीं। इसमें बीजेपी के खाते में 17 और जेडीयू के खाते में 16 सीटें आई थी। इसके अलावा लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

इस दौरान राज्य में कांग्रेस केवल एक ही सीट जीतने में कामयाब हुई थी। वहीं, आरजेडी एक भी सीट जीतने में असफल रही थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यहां पर भी बीजेपी ने महाराष्ट्र वाला ही फॉर्मूला लागू करते हुए जेडीयू को समझाया है कि बिहार में वह सबसे ताकतवार पार्टी है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना देना चाहिए।

Created On :   8 March 2024 4:25 PM GMT

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