Rahul Gandhi on Jagdeep Dhankar: 'आखिर कहां छिपे हैं पूर्व उपराष्ट्रपति? बाहर आकर एक शब्द भी नहीं बोल सकते', राहुल गांधी ने जगदीप धनखड़ पर कसा तंज

- राहुल गांधी ने जगदीप धनखड़ पर कसा तंज
- पूर्व उपराष्ट्रपति के गैरमौजूदगी पर उठाए सवाल
- विपक्ष से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन की सराहना की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को निशाना पर लिया। दरअसल, राहुल गांधी ने पूर्व उपराष्ट्रपति के अचानक इस्तीफे के बाद गायब होने पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, "क्या वे एक शब्द भी नहीं बोल सकते?" बता दें, संसद भवन में इंडिया गठबंधन की ओर से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के लिए आयोजित कार्यक्रम में बयान दिया था।
राहुल गांधी ने जगदीप धनखड़ की गैरमौजूदगी पर उठाए सवाल
लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी के नए विधेयक को लेकर खूब हलचल है। हम मध्ययुग की ओर जा रहे हैं, जब राजा अपनी इच्छा से किसी को हटा देता था। लोकतांत्रिक रू प से चुने गए व्यक्ति का कोई मोल नहीं है। अगर आपका चेहरा पसंद नहीं, तो ईडी को केस दर्ज करने का आदेश दे दिया जाता है और 30 दिनों में चुना हुआ नेता खत्म। यह भी न भूलें कि हम नया उपराष्ट्रपति क्यों चुन रहे हैं। कल मैं किसी से बात कर रहा था और मैंने कहा, पुराना उपराष्ट्रपति कहां गया?"
राहुल गांधी ने आगे कहा, "जिस दिन उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया, वेणुगोपालजी ने मुझे फोन कर बताया कि उपराष्ट्रपति चले गए। उनके इस्तीफे के पीछे एक बड़ी कहानी है, जिसे कुछ लोग जानते होंगे और कुछ नहीं। सवाल यह है कि वे क्यों छिपे हुए हैं? भारत के उपराष्ट्रपति ऐसी स्थिति में क्यों हैं कि वह एक शब्द भी नहीं बोल सकते? जो राज्यसभा में खुलकर बोलते थे, वह आज पूरी तरह से चुप क्यों हैं। यही वह समय है जिसमें हम रह रहे हैं।"
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए बी. सुदर्शन रेड्डी होंगे उम्मीदवार
इस दौरान राहुल गांधी ने विपक्ष से उपराष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी की तारीफ की। उन्होंने कहा, "आज एक लड़ाई चल रही है - एक ओर वे लोग हैं जो संविधान पर हमला कर रहे हैं और दूसरी ओर वे हैं जो संविधान की रक्षा कर रहे हैं। हर पार्टी ने रेड्डी जी का समर्थन किया है। उन्होंने तेलंगाना जाति जनगणना पर काम किया और सामाजिक न्याय का दृष्टिकोण तैयार करने में योगदान दिया। वे हमेशा संविधान अपने पास रखते हैं। उन्होंने मुझे बताया कि वह 52 साल से संविधान अपने साथ रखते आ रहे हैं, क्योंकि किसी भी कानूनी बातचीत में संविधान ही अंतिम और सर्वोच्च जवाब होता है।"
बता दें, संसद के मानसून सत्र शुरू होने के पहले दिन यानी 21 जुलाई, 2025 को जगदीप धनखड़ ने अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उधनखड़ ने इस्तीफा देने के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था।
Created On :   21 Aug 2025 12:53 AM IST