बिहार विधानसभा चुनाव 2025: दानापुर की सियासी लड़ाई में निर्णायक भूमिका में होते है राजपूत मतदाता

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में दानापुर विधानसभा क्षेत्र पटना के अंतर्गत आता है। 1957 में स्थापित दानापुर विधानसभा क्षेत्र में अब तक कुल 18 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं, कांग्रेस और बीजेपी ने पांच-पांच बार दानापुर से जीत दर्ज की है। 1977 में कांग्रेस को यहां से आखिरी बार जीत मिली थी, जबकि बीजेपी ने 2005 से 2015 तक लगातार चार बार जीत दर्ज की, 2020 में आरजेडी की जीत हुई। समाजवादी और जनता दल को दो-दो बार जीत मिली है, जबकि 1985 में एक निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई। दानापुर में 93 फीसदी हिंदू और 6.48% मुस्लिम समुदाय के लोग हैं। यह आंकड़े इस क्षेत्र की सामाजिक विविधता को दर्शाते हैं।
दानापुर में 12 फीसदी एससी , 6 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। शहरी वोटर्स 66% जबकि ग्रामीण वोटर्स 34 % हैं। 22 फीसदी आबादी के साथ दानापुर में राजपूत मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है, यहां की सियासी लड़ाई में राजपूत मतदाता निर्णायक भूमिका में होते है। यहीं वजह है कि अधिकांश राजनीतिक दल यहां यादव समुदाय के उम्मीदवार को प्राथमिकता देते हैं। दानापुर ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सैन्य विरासत के लिए प्रसिद्ध है। बिहार की राजनीति और इतिहास में दानापुर कई मायनों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
दानापुर 1765 में ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित की गई देश की दूसरी सबसे पुरानी छावनी हैं। दानापुर हर साल जून से जुलाई के बीच प्राकृतिक पक्षी अभयारण्य में बदल जाती है, यहां ओपन बिल स्टॉर्क नाम के कई प्रवासी पक्षी प्रवास पर आते हैं। ये पक्षी क्रेन परिवार के होते हैं।अबकी चुनाव में एनडीए और इंडिया के बीच कड़ा मुकाबला होने जा रहा है। राजनीतिक इतिहास, जातीय समीकरण और सामाजिक विविधता चुनाव को और भी अधिक रोचक और अद्भुत बना देता है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रही।
Created On :   28 Oct 2025 2:27 PM IST












