बिहार विधानसभा चुनाव 2025: समृद्ध संस्कृति और राजनीति वाली दरभंगा विधानसभा सीट के चुनावी नतीजों में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिले

समृद्ध संस्कृति और राजनीति वाली दरभंगा विधानसभा सीट के चुनावी नतीजों में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिले
1972 में पहली बार भारतीय जनसंघ को जीत मिली। 1995 में बीजेपी, 2000 में आरजेडी को जीत मिली। उसके बाद बीजेपी लगातार पांच चुनाव यहां से जीत चुकी है। दरभंगा निर्वाचन क्षेत्र में 12.34% अनुसूचित जाति और 23.3% मुस्लिम मतदाता हैं। साथ ही 76.76% शहरी और 23.24% ग्रामीण वोटर्स हैं।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में दरभंगा विधानसभा क्षेत्र को मिथिलांचल का हृदय माना जाता है। 1951 में दरभंगा विधानसभा क्षेत्र बनने के बाद, यहां 17 चुनाव हुए हैं, पहले चार चुनावों में लगातार कांग्रेस की जीत हुई। कांग्रेस को यहां कुल 6 बार जीत मिली। 1972 में पहली बार भारतीय जनसंघ को जीत मिली। 1995 में बीजेपी, 2000 में आरजेडी को जीत मिली। उसके बाद बीजेपी लगातार पांच चुनाव यहां से जीत चुकी है। दरभंगा निर्वाचन क्षेत्र में 12.34% अनुसूचित जाति और 23.3% मुस्लिम मतदाता हैं। साथ ही 76.76% शहरी और 23.24% ग्रामीण वोटर्स हैं।

दरभंगा अपनी स्थानीय रूप से उत्पादित मछली, आम और मखाना के व्यापार के लिए भी जाना जाता है। आज, दरभंगा उत्तर बिहार का एक प्रमुख शैक्षिक केंद्र है। यहां AIIMS, दरभंगा मेडिकल कॉलेज , मिथिला माइनॉरिटी डेंटल कॉलेज , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय और इग्नू का क्षेत्रीय सेंटर है। यहां उत्खननों में दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व की एक ईंटों से बनी बस्ती के अवशेष मिले हैं, जो इसके प्राचीन इतिहास की पुष्टि करते हैं। विधानसभा की राजनीतिक यात्रा क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और विरासत को बताती है। चुनाव के नतीजों में अधिक उतार-चढ़ाव नहीं देखे गए।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रही।

Created On :   28 Oct 2025 2:36 PM IST

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