लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान विधानसभा में पहली बार नेता प्रतिपक्ष बना दलित विधायक, कांग्रेस ने टीका राम जूली को दिया मौका
- विधानसभा में पहला दलित नेता प्रतिपक्ष
- कांग्रेस महासचिव भंवर जितेन्द्र का करीबी
- अब तक किसी दलित विधायकों को नहीं बनाया गया विपक्ष का नेता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने अलवर ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक टीका राम जूली को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को टीका राम जूली को राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से नेता प्रतिपक्ष नियुक्ति के आदेश जारी किए। विधायक टीका राम जूली को कांग्रेस के महासचिव भंवर जितेन्द्र का बेहद करीबी माना जाता हैं। आपको बता दें राजस्थान में विधानसभा सत्र की शुरुआत 19 जनवरी से हो रही , कांग्रेस ने सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष की घोषणा कर दी।
आपको बता दें राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से विपक्ष के नेता बनाए जाने की चर्चाएं कई दिनों से चल रही थी। लेकिन कांग्रेस पार्टी कई दिनों से नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर फैसला करने में टालमटोल कर रही थी।
लंबे दिनों के इंतजार के बाद अलवर ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक टीकाराम जूली को आखिरकार कांग्रेस ने सदन में पार्टी का नेता घोषित किया हैं। आपको बता दें गहलोत सरकार में वे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री भी रह चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ कई नेताओं के नाम चल रहे थे, जिनमें प्रमुखता से हरीश चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, अशोक चांदना के नाम चर्चाओं में थे।
कांग्रेस ने विधानसभा सदन में दलित नेता को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के इस कदम को काफी अहम माना जा रहा है। वैसे आपको बता दें राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार किसी दलित चेहरे को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। अब तक कांग्रेस या भाजपा किसी ने भी दलित चेहरे को यह जिम्मेदारी नहीं दी थी।
Created On :   16 Jan 2024 6:48 PM IST