लोकसभा चुनाव 2024: बिहार में मिला झटका, बंगाल में भी नहीं बनी बात, जानिए क्या है इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की नई रणनीति

बिहार में मिला झटका, बंगाल में भी नहीं बनी बात, जानिए क्या है इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की नई रणनीति
  • इंडिया गठबंधन में हो रहा विखराव
  • टीएमसी के साथ नहीं बन रही कांग्रेस की बात
  • महाराष्ट्र में भी फंसा पेंच

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, जब से जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में दोबारा एनडीए का दामन थामा है तब से कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की मुसीबतें बढ़ गई हैं। इसके बाद गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव के लिए फिर से रणनीति बनाने में जुट गई है।

इंडिया गठबंधन में विघटन के बीच सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की ओर से बड़ी जानकारी सामने आ रही है। पार्टी सूत्र के मुताबिक यूपी और दिल्ली समेत देश के अलग-अलग राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला कांग्रेस और वहां के क्षेत्रीय दलों के आलाकमान के बीच चर्चा के बाद लिया जाएगा। बात करें यूपी की तो कांग्रेस पार्टी के सूत्र के अनुसार, यूपी में समाजवादी पार्टी द्वारा कांग्रेस को 11 सीट दिए जाने की पेशकश की गई थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल में प्रदेश में कांग्रेस के लिए 13 सीट चिन्हित की गई हैं।

बंगाल में नहीं बनी बात

पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर भी पार्टी के सूत्र ने बड़ी जानकारी साझा की है। जिसके अनुसार, पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे को लेकर फैसला फिलहाल रुका हुआ है। दरअसल, टीएमसी और कांग्रेस प्रस्तावों पर चर्चा कर रहे हैं। टीएमसी के इंडिया गठबंधन में शामिल रहने न रहने पर भी कांग्रेस के सूत्र ने बड़ी बात कही है। उसका कहना है कि टीएमसी अभी भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। बता दें कि बीते कई दिनों से टीएमसी के इंडिया गठबंधन छोड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं। इन अटकलों को उस समय और बल मिल गया जब ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव गठबंधन के साथ न लड़कर अकेले लड़ने की बात कही थी।

बिहार में बनेगी नई रणनीति

इंडिया गठबंधन को बिहार में सहयोगी दल जेडीयू से बड़ा झटका मिला है। जिसके बाद अब कांग्रेस यह कतई नहीं चाहेगी कि यूपी और बंगाल जैसे बड़े राज्यों में भी उसके सहयोगी दल उससे दूर हो जाएं। दरअसल, जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन से अलग होकर एक बार फिर से एनडीए का दामन थाम लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू का अलग होना इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वो इसलिए क्योंकि जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन की नींव रखने में एक अहम भूमिका निभाई थी। ऐसे में बिहार में हुए सियासी खेल के बाद कांग्रेस इस महत्वपूर्ण राज्य में लोकसभा चुनाव को लेकर दोबारा रणनीति बना रही है। पार्टी सूत्र के मुताबिक नीतीश के अलग होने के बाद बिहार में सीट शेयरिंग पर कांग्रेस अपने सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और लेफ्ट के साथ नए सिरे से चर्चा करेगी।

आप के साथ सीट बंटवारे का फॉर्मुला तय

विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग पर चल रहे घमासान के बीच कांग्रेस को दिल्ली से जरूर राहत मिली है। यहां आप के साथ उसकी सीट शेयरिंग पर बात लगभग पक्की हो चुकी है। जिसके मुताबिक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस आप के साथ 4-3 के फॉर्मुले पर चुनाव लड़ेगी। बता दें कि दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीटें हैं जिनमें से नए फॉर्मुले के मुताबिक 4 सीटें ‘आप’ को जबकि 3 सीटें कांग्रेस को मिलेंगी।

महाराष्ट्र में 38 सीटों पर सहमति, 10 पर फंसा पेंच

सीटों की संख्या के हिसाब से महाराष्ट्र भी इंडिया गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण राज्य है। यहां यूपी के बाद देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटे हैं। महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ इंडिया गठबंधन के साथ दो सहयोगी दल उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और शरद पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) हैं। महाराष्ट्र कुल 48 सीटों में से 38 सीटों पर इंडिया गठबंधन की सहमति बन गई है। लेकिन 10 सीटों पर अभी भी बात नहीं बन पा रही है। पार्टी सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक इन 10 सीटों में से 3 सीटों पर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना अपने कोटे से 1-1 सीट वंचित बहुजन आघाड़ी के लिए छोड़ सकते हैं। इसके अलावा सूत्र ने ये भी बताया कि विपक्षी गठबंधन में महाराष्ट्र के 3 से 4 क्षेत्रीय दल भी जुड़ सकते हैं।

Created On :   31 Jan 2024 2:15 PM GMT

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