बिहार विधानसभा चुनाव 2025: हर राजनीतिक दल ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण और राजनीतिक रूप से सक्रिय बक्सर में जीत हासिल करने को तैयार

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में बक्सर विधानसभा क्षेत्र भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। 1951 में स्थापित बक्सर विधानसभा क्षेत्र में अब तक 17 चुनाव हुए हैं,कांग्रेस ने यहां से 10 बार चुनाव जीता है, 2015 और 2020 के विधानसभा में यहां से कांग्रेस की जीत हुई। इससे पहले के पिछले सात चुनावों में से बीजेपी को तीन बार जीत मिली है।
1990 और 1995 में लगातार दो बार सीपीएम को जीत मिली, 1967 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और 2005 में बहुजन समाज पार्टी को जीत हासिल हुई थी, पुरूष और महिला साक्षरता में अधिक अंतर होना यहां चिंता का विषय है, यहां 14.38 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 7.3 प्रतिशत मुस्लिम वोटर्स हैं।
यहां दो निर्णायक युद्ध लड़े गए थे। पहला, 26 जून 1539 को चौसा का युद्ध, दूसरा 22-23 अक्टूबर 1764 को लड़ा गया महत्वपूर्ण बक्सर का युद्ध। इस युद्ध ने मध्य और पूर्वी भारत पर ब्रिटिश नियंत्रण स्थापित किया और मुगल साम्राज्य के पतन की शुरुआत की, जिससे भारत के उपनिवेशीकरण की शुरुआत हुई।
बक्सर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी मुकाबले में अक्सर ऐतिहासिक संघर्षों की चर्चाएं भी बहुत होती है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बक्सर के निवासी है। गंगा नदी के तट पर स्थित बक्सर की भूमि उपजाऊ है। 71.92 प्रतिशत ग्रामीण मतदाता,जबकि 28.08 प्रतिशत शहरी मतदाता हैं। हर राजनीतिक दल ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण और राजनीतिक रूप से सक्रिय निर्वाचन क्षेत्र बक्सर में जीत हासिल करने के लिए तैयार हैं।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   26 Oct 2025 12:06 PM IST












