किसान आंदोलन: राकेश टिकैत नहीं तो फिर कौन है किसान आंदोलन का चेहरा, लंबी भूख हड़ताल कर हिला चुके हैं सरकार!

राकेश टिकैत नहीं तो फिर कौन है किसान आंदोलन का चेहरा, लंबी भूख हड़ताल कर हिला चुके हैं सरकार!
  • यह शख्स हैं किसान आंदोलन का नया चेहरा
  • अपने आंदोलन से उड़ा दिए थे सरकार के होश
  • जानिए इनके बारे में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की सरहदें एक बार फिर किसानों से घिरी हुई हैं. इस बार उनके आंदोलन का चेहरा राकेश टिकैत नहीं हैं. जिनकी एक आवाज पर तकरीबन दो साल पहले लाखों किसान घर बार सब छोड़ कर आंदोलन पर अमादा हो गए थे. इस बार फिर वही किसान, वही पुरानी मांगों के साथ आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन इस बार उनका लीडर कोई और नहीं है. क्या आप जानते हैं कि आखिर वह शख्स कौन है, जो इतनी बड़ी तादाद में किसानों को एकजुट करने में कामयाब रहा है और पूरी दिल्ली के सिस्टम को हिला कर रख दिया है.

कौन कर रहा नेतृत्व ?

वर्तमान में चल रहे किसान आंदोलन का नेतृत्व जगजीत सिंह डल्लेवाल कर रहे हैं। डल्लेवाल कई बार पंजाब में किसानों की आवाज उठाते आ रहे हैं। इनका खुद का एक किसान संगठन है। जिसका नाम ‘भारतीय किसान यूनियन’ (सिद्धुपुर) है। 2022 में डल्लेवाल ने भूख हड़ताल की थी। हालांकि डल्लेवाल के रहने वाले जगजीत सिंह पिछले किसान आंदोलन के खिलाफ थे. तब उन्होंने ये साफ साफ कहा था कि किसानों को राजनीति में नहीं कूदना चाहिए. और, अब वही किसानों की मांग को लेकर आंदोलन के लिए डटे हुए हैं.

इस आंदोलन के साथ ही डल्लेवाल ने सरकार की तरफ सख्त रुख अख्तियार किया है. आंदोलन में शामिल होने आ रहे किसानों को गिरफ्तार करने के बाद डल्लेवाल ने साफ कहा कि एक तरफ सरकार हमारे लोगों को गिरफ्तार कर रही है. और, दूसरी तरफ बातचीत करने की बात करती है. ऐसे रवैये के साथ बातचीत कैसे होगी.

सरकार का अलर्ट मोड ऑन

आंदोलन को रोकने के लिए सिंघु और गाजीपुर सहित सारी सीमाओं को सील कर दिया है। रास्तों पर पुलिस और केंद्रीय बलों की टुकड़ियां तैनात हैं। किसानों को रोकने के लिए रास्तों में कटीले और नुकीले तार लगा दिए गए हैं। किसान आगे ना बढ़ पाए इसके लिए दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर आठ लेयर की दीवारें खड़ी की गई हैं। सभी सोशल मीडिया एक्टिविटी को मॉनिटर किया जा रहा है। कोई अराजकता न फैले इसके लिए लगभग 5 हजार सुरक्षा कर्मियों को भी तैनात किया गया है। पूरी दिल्ली में 1 महीने तक धारा-144 लागू कर दी गई है। ट्रैक्टरों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। बंदूक, ज्वलनशील पदार्थ, ईंट, पत्थर, पेट्रोल और सोडा की बोतल इक्कठा करने पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है। एक महीने तक कोई भी लाउड स्पीकर के इस्तेमाल नहीं कर सकता।

Created On :   13 Feb 2024 1:36 PM GMT

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