Shashi Tharoor: 'मुझे डर है कि जब अमेरिका..' डोनाल्ड ट्रंप के अतिरिक्त 25 फिसदी टैरिफ पर शशि थरूर ने किया पलटवार

मुझे डर है कि जब अमेरिका.. डोनाल्ड ट्रंप के अतिरिक्त 25 फिसदी टैरिफ पर शशि थरूर ने किया पलटवार
  • डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कुल लगाया 50 फीसदी टैरिफ
  • ट्रंप के 25 फीसदी वाले टैरिफ का शशि थरूर ने किया पलटवार
  • शशि थरूर ने ट्रंप पर लगाया गंभीर आरोप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने बुधवार शाम को भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह देश के लिए कोई अच्छी खबर नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप हमारे देश पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लागू कर देता है तो अमेरिका के अधिकांश नागरिक हमारे उत्पादों से दूर हो जाएंगे।

अमेरिकी के बढ़े हुए टैरिफ पर क्या बोले शशि थरूर

कांग्रेस सांसद ने कहा, "अगर नजर डालें तो वियतनाम, इंडोनेशिया, फिलीपींस, यहां तक कि बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों पर टैरिफ हमसे कम है। मुझे डर है कि जब अमेरिका के लोगों को कहीं और सस्ता सामान मिलेगा तो वे हमारे समान नहीं खरीदेंगे। यह हमारे निर्यात के लिए बहुत अच्छा नहीं है। इसका मतलब है कि हमें उन देशों और बाजारों में गंभीरता से विविधता लाने की जरूरत है, जो हमारी पेशकश में रुचि रखते हों।"

शशि थरूर ने ब्रिटेन का जिक्र करते हुए कहा, "अब हअमेमारा ब्रिटेन के साथ एक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) है। हम यूरोपीय संघ से बात कर रहे हैं। ऐसे कई देश हैं जहां हम उम्मीद करते हैं। यह निश्चित रूप से एक झटका है।"

शशि थरूर ने ट्रंप पर लगाया ये आरोप

शशि थरूर ने डोनाल्ड ट्रंप पर भारत के खिलाफ दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। ट्रंप खुद रूस से यूरेनियम, पैलेडियम जैसी कई चीजें मंगवाता है। उनके इस फैसले से दोहरे मापदंड दिखाई दे रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने चीन को 90 दिन की मोहलत दी है, लेकिन चीन भारत से कहीं ज्यादा कच्चे तेल आयात करता है। हमने जिस देश के बारे में सोचा था कि वे हमारे साथ खास दोस्ती रखते हैं, लेकिन ऐसा नहीं दिखाई दे रहा है।

सांसद ने आगे कहा, "अब जब हमें पता चल गया है कि अमेरिका का रुख हमारे प्रति अच्छा नहीं है तो हमें इसी के अनुसार काम करना होगा। हमें इस अनुभव से सबक सीखना होगा। मुझे लगता है कि अब भारत के भीतर भी अमेरिकी निर्यात पर समान टैरिफ लगाने का दबाव जरूर होगा। इन परिस्थितियों में हमें अपने अन्य व्यापारिक साझेदारों पर भी ज्यादा ध्यान देना होगा।"

Created On :   6 Aug 2025 10:21 PM IST

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