बिहार विधानसभा चुनाव 2025: जेडीयू का अभेद किला बिहारीगंज, महागठबंधन को नई रणनीति और प्रभावशाली चेहरा ही दिला सकता है जीत

जेडीयू का अभेद किला बिहारीगंज, महागठबंधन को नई रणनीति और प्रभावशाली चेहरा ही दिला सकता है जीत

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में बिहारीगंज विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई, जो एक सामान्य सीट है। बिहारीगंज मुख्य रूप से नोटिफाई ग्रामीण क्षेत्र है। 2010 से बिहारीगंज विधानसभा सीट पर जेडीयू का दबदबा है। जेडीयू ने अब तक यहां हुई तीनों विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की है. 2010 में रेणु कुमारी, 2015 और 2020 में निरंजन कुमार मेहता तीनों ने जेडीयू से जीत हासिल की।

बिहारीगंज कोसी नदी के बेसिन में स्थित होने से यहां की जमीन उपजाऊ और समतल है। बिहारीगंज की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है। मौसम और बाढ़ का असर फसल पर पड़ता है। बढ़ती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी के चलते यहां से हजारों की तादाद में लोग पलायन कर जाते है।

बिहारीगंज से जेडीयू की लगातार जीत से ये कहा जा सकता है कि ये जेडीयू का मजबूत किला है। वोटर्स के बीच में जेडीयू की मजबूत पकड़ के बावजूद मतदाता चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। वैसे आपको यहां की दिलचस्प बता दें जो जेडीयू की जीत का रास्ता तय करती है, वो यह है कि भले ही पूरे बिहार में यादव आरजेडी को समर्थन करते है, लेकिन यहां यादवों का रूख जेडीयू के पक्ष में अधिक देखने को मिलता है।

बिहारीगंज मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। बिहारीगंज में करीब 17.24% एससी,1.66% एसटी, 8.70% मुस्लिम मतदाता है। क्षेत्र में केवल 5.81 प्रतिशत शहरी मतदाता हैं। विपक्षी महागठबंधन को यहां नई रणनीति और प्रभावशाली नेता के साथ चुनावी मैदान में उतारना चाहिए।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   25 Oct 2025 12:21 PM IST

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