बिहार विधानसभा चुनाव 2025: सिल्क सिटी के नाम से प्रसिद्ध भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक ध्रुवीकरण जीत का रास्ता तय करता था

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में भागलपुर विधानसभा क्षेत्र, गंगा के दक्षिणी तट पर स्थित भागलपुर को चंपा नगरी भी कहा जाता है। बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर भागलपुर है, इसको भारत के सिल्क सिटी के रूप में जाना जाता है, इसको टसर सिल्क भी कहा जाता है। 1951 में गठित इस सीट पर अब तक 18 चुनाव हुए है, जिनमें कांग्रेस और बीजेपी ने 9-9 बार जीत हासिल की, 1995 से 2014 तक लगातार पांच बार भागलपुर सीट पर वरिष्ठ बीजेपी नेता अश्विनी कुमार चौबे ने कब्जा जमाया, कांग्रेस के अजीत शर्मा ने 2014 के उपचुनाव में जीत हासिल की और फिर 2015 व 2020 में भी इस सीट को बरकरार रखा। एलजेपी के मैदान में उतरने से 2020 में बीजेपी को ये सीट गंवानी पड़ी थी।
भागलपुरी मेंसिल्क की बनी साड़ी, शॉल, कुर्तियां और अन्य परिधानों का निर्माण व्यापक रूप से किया जाता है।भागलपुर में कई प्रमुख शैक्षणिक संस्थान हैं। यहां जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, बिहार कृषि विश्वविद्यालय ,भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) शामिल है, साथ ही विक्रमशिला विश्वविद्यालय निर्माणाधीन है।
विक्रमशिला महाविहार एक प्रसिद्ध बौद्ध मठ था। शहरी क्षेत्र होने के नाते यहां की साक्षरता दर 80 फीसदी से अधिक है, यहां धार्मिक ध्रुवीकरण देखने को मिलता है, यहां 70 फीसदी हिंदू और 29 फीसदी मुस्लिम वोटर्स है।
भागलपुर विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक विरासत भी शहर के समृद्ध इतिहास की तरह है। यहां के मतदाताओं की राजनीतिक प्रवृत्ति स्थिर है।विधानसभा के गठित होने के बाद से इस सीट का 6 लोगों ने प्रतिनिधित्व किया है। अब एलजेपी आर फिर से एनडीए के साथ चुनाव लड़ रही है, ऐसे में बीजेपी की जीतने की संभावना बढ़ गई है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   25 Oct 2025 11:51 AM IST












